ज्ञान भंडार
‘इमरजेंसी-1975’ में मप्र के CM को लॉकअप में बंद करके पीटा था
मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने इमरजेंसी के दौरान अपने साथ हुई मारपीट का खुलासा किया है। इंदौर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद(AVBP) के 4 दिनी राष्ट्रीय अधिवेशन में बोलते हुए शिवराज सिंह ने अपनी आपबीती बताई। उल्लेखनीय है पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी ने 25 जून 1975 को देश में इमरजेंसी लगाई थी। पिटने में ट्रेंड हुए…
यूं बताई अपनी कहानी…
मुख्यमंत्री ने खुलासा किया कि इमरजेंसी के दौरान भोपाल की हबीबगंज पुलिस ने उन्हें लॉकअप में बंद करके रातभर पीटा था। हालांकि उस पिटाई और जेल जाने के बाद वे ऐसे मामलों में पूरी तरह ट्रेंड हो गए
पहलवान लेकर जाते थे..
मुख्यमंत्री ने कहा कि, हम लोग विद्यार्थी परिषद के चुनाव में कॉलेज में लड़वाने के लिए पहलवान लेकर जाते थे। तब जाकर कांग्रेस से मुकाबला कर पाए। शिवराज ने खुलासा किया कि ABVP का काम करते हुए संगठन मंत्री के नाते स्वयंसेवकों के घर जाकर भोजन करना पड़ता था। ऐसे में मराठी परिवारों में रोटी मांगने में बड़ा संकोच होता था।
युवाओं से आह्वान…
मुख्यमंत्री ने युवाओं का आह़्वान किया है कि वे जल एवं पर्यावरण संरक्षण के लिये आगे आएं और समाज और सरकार के कार्य में सहयोग करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए देश का सबसे बड़ा महा-अभियान ‘नमामि देवी नर्मदे”-सेवा यात्रा राज्य सरकार ने शुरू किया है। उन्होंने कहा कि इसके जरिए प्रदेश की जीवन-रेखा नर्मदा नदी के पानी को न केवल शुद्ध बनाया जाएगा, बल्कि इसके संरक्षण के लिए तटों के दोनों ओर पौधे भी लगाए जाएंगे। उन्होंने युवाओं से कहा कि वे इस यात्रा में सक्रिय भागीदारी निभाएं। चौहान ने कहा कि यह अभियान धार्मिक, सांस्कृतिक, सामाजिक और आर्थिक अभियान है। इसके सफल होने से प्राकृतिक आपदाओं से बचने के साथ ही लोगों के जीवन और पर्यावरण में सुधार आएगा।
चौहान ने कहा कि अच्छे संगठन में काम करने से नेतृत्व क्षमता विकसित होती है। साथ ही जीवन में नियोजन, शुचिता और अनुशासन सीखने को मिलता है। उन्होंने अपने छात्र जीवन के अनुभव साझा करते हुए कहा कि संघर्ष से जीवन में बहुत कुछ सीखा जा सकता है।
कार्यक्रम के अध्यक्ष राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सर कार्यवाह सुरेश सोनी ने कहा कि सामाजिक क्षेत्र की अनुभूति से समस्याओं का समाधान आसानी से किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज जो नेतृत्व देश को मिला है, उससे विश्व में मान-सम्मान और आदर बढ़ा है। कार्यक्रम को सुनील आम्बेकर और शशिरंजन अकेला ने भी संबोधित किया।
यूं बताई अपनी कहानी…
मुख्यमंत्री ने खुलासा किया कि इमरजेंसी के दौरान भोपाल की हबीबगंज पुलिस ने उन्हें लॉकअप में बंद करके रातभर पीटा था। हालांकि उस पिटाई और जेल जाने के बाद वे ऐसे मामलों में पूरी तरह ट्रेंड हो गए
पहलवान लेकर जाते थे..
मुख्यमंत्री ने कहा कि, हम लोग विद्यार्थी परिषद के चुनाव में कॉलेज में लड़वाने के लिए पहलवान लेकर जाते थे। तब जाकर कांग्रेस से मुकाबला कर पाए। शिवराज ने खुलासा किया कि ABVP का काम करते हुए संगठन मंत्री के नाते स्वयंसेवकों के घर जाकर भोजन करना पड़ता था। ऐसे में मराठी परिवारों में रोटी मांगने में बड़ा संकोच होता था।
युवाओं से आह्वान…
मुख्यमंत्री ने युवाओं का आह़्वान किया है कि वे जल एवं पर्यावरण संरक्षण के लिये आगे आएं और समाज और सरकार के कार्य में सहयोग करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए देश का सबसे बड़ा महा-अभियान ‘नमामि देवी नर्मदे”-सेवा यात्रा राज्य सरकार ने शुरू किया है। उन्होंने कहा कि इसके जरिए प्रदेश की जीवन-रेखा नर्मदा नदी के पानी को न केवल शुद्ध बनाया जाएगा, बल्कि इसके संरक्षण के लिए तटों के दोनों ओर पौधे भी लगाए जाएंगे। उन्होंने युवाओं से कहा कि वे इस यात्रा में सक्रिय भागीदारी निभाएं। चौहान ने कहा कि यह अभियान धार्मिक, सांस्कृतिक, सामाजिक और आर्थिक अभियान है। इसके सफल होने से प्राकृतिक आपदाओं से बचने के साथ ही लोगों के जीवन और पर्यावरण में सुधार आएगा।
चौहान ने कहा कि अच्छे संगठन में काम करने से नेतृत्व क्षमता विकसित होती है। साथ ही जीवन में नियोजन, शुचिता और अनुशासन सीखने को मिलता है। उन्होंने अपने छात्र जीवन के अनुभव साझा करते हुए कहा कि संघर्ष से जीवन में बहुत कुछ सीखा जा सकता है।
कार्यक्रम के अध्यक्ष राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सर कार्यवाह सुरेश सोनी ने कहा कि सामाजिक क्षेत्र की अनुभूति से समस्याओं का समाधान आसानी से किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज जो नेतृत्व देश को मिला है, उससे विश्व में मान-सम्मान और आदर बढ़ा है। कार्यक्रम को सुनील आम्बेकर और शशिरंजन अकेला ने भी संबोधित किया।
इस मौके पर उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया, महिला-बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनिस, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दीपक जोशी, महापौर मालिनी गौड़, पूर्व मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, विक्रम वर्मा और इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष शंकर ललवानी सहित जन-प्रतिनिधि और युवा उपस्थित थे।