इराक की संसद ने कहा-ट्रंप को उन्हीं की भाषा में जवाब दे सरकार
ट्रंप ने जिन सात देशों के लोगों पर अमेरिका आने पर प्रतिबंध लगाया है, उनमें इराक के लोग भी हैं। इराक की संसद में ट्रंप के फैसले के विरोध में एक प्रस्ताव लाया गया।
बगदाद/वॉशिंगटन/लंदन। इराक की संसद ने अपनी सरकार से कहा है कि अगर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इराकियों पर अमेरिका आने के प्रतिबंध के फैसले को वापस नहीं लेते हैं तो उन्हें उन्हीं की भाषा में जवाब दिया जाए और अमेरिकियों को इराक आने पर रोक लगाई जाए।
ट्रंप ने जिन सात देशों के लोगों पर अमेरिका आने पर प्रतिबंध लगाया है, उनमें इराक के लोग भी हैं। सोमवार को इराक की संसद में ट्रंप के फैसले के विरोध में एक प्रस्ताव लाया गया, जिस पर मतदान हुआ। मतदान के दौरान मौजूद एक संसदीय अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि संसद ने अपनी सरकार से अमेरिकियों के खिलाफ वैसा ही कदम उठाने के लिए कहा है, जैसा ट्रंप ने इराकियों के खिलाफ उठाया है।
सांसद हाकिम अल-जमिली ने बताया कि संसद ने इस संबंध में बहुमत से प्रस्ताव पारित किया। एक अन्य सांसद सादिक अल-लबान ने भी इसकी पुष्टि की।
ट्रंप बोले, वीसा प्रतिबंध मुस्लिमों के खिलाफ नहीं
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने शरणार्थियों और सात मुस्लिम बहुल देशों के नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने के फैसले का बचाव किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रतिबंध मुस्लिमों पर नहीं लगाया गया है बल्कि अमेरिका को आतंकियों से सुरक्षित करने के लिए कदम उठाया गया है। अमेरिका अपने यहां योरोप जैसे हालात उत्पन्न होने देना नहीं चाहता है। राष्ट्रपति ने कहा कि 90 दिनों में मौजूदा नीतियों की समीक्षा करने के बाद सभी देशों के लिए वीसा जारी किया जाने लगेगा।
विरोध प्रदर्शन जारी
इस बीच, ट्रंप के फैसले को लेकर अमेरिका में विरोध प्रदर्शन जारी हैं। 16 राज्यों के अटॉर्नी जनरल ने ट्रंप के फैसले को असंवैधानिक करार देते हुए इसकी निंदा की है। साथ ही इसके खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ने की बात कही है।
ट्रंप की ब्रिटेन यात्रा रोकने की मांग
ब्रिटेन में ट्रंप की प्रस्तावित यात्रा को रद्द करने की मांग उठने लगी है। दौरा रोकने संबंधी अभियान पर सोमवार तक 10 लाख से अधिक लोग हस्ताक्षर कर चुके थे। नियमानुसार एक लाख से ज्यादा लोगों के समर्थन के बाद संसद संबंधित मुद्दे पर बहस कराने पर विचार कर सकती है। सूत्रों का कहना है कि राष्ट्रीय हित को देखते हुए प्रधानमंत्री थेरेसा मे ट्रंप की यात्रा रद्द नहीं करेंगी।
ट्रंप के समर्थन में सऊदी अरब
सऊदी अरब ने सीरिया और यमन में सुरक्षित क्षेत्र बनाने के ट्रंप के फैसले का समर्थन किया है। व्हाइट हाउस के अनुसार, ट्रंप ने सऊदी के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद और संयुक्त अरब अमीरात के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से टेलीफोन पर बात कर समर्थन मांगा था।
एयर फ्रांस ने 21 लोगों को अमेरिका जाने से रोका
एयर फ्रांस ने मुस्लिम देशों के 21 यात्रियों को अमेरिका की यात्रा करने से रोक दिया है क्योंकि उन्हें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नए आव्रजन प्रतिबंध के कारण प्रवेश देने से मना कर दिया जाता। पेरिस में एयर फ्रांस ने बयान जारी कर कहा कि नए प्रतिबंध के बारे में शनिवार को अमेरिका की सरकार ने सूचित किया और उनके पास अमेरिका जाने वाले विमानों में यात्रियों को सवार होने से रोकने के अलावा कोई विकल्प नहीं था।
अमेरिका के फैसले पर जम्मू-कश्मीर विधानसभा में हंगामा
जम्मू। ब्यूरो सात मुस्लिम देशों के नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने सोमवार को जम्मू-कश्मीर विधानसभा में तीखा विरोध हुआ। माकपा विधायक मोहम्मद यूसुफ तारीगामी ने सोमवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस फैसले के विरोध में प्रदर्शन कर विधानसभा से वॉकआउट कर दिया।
सदन के बीचोबीच आ गए तारीगामी ने कहा कि ट्रंप के इस फैसले से विश्व दो हिस्सों में बंट जाएगा व आतंकवाद को शह मिलेगी। इससे साबित हुआ है कि ट्रंप कितने डरपोक हैं। वह नस्लवादी हैं व उनका यह फैसला विश्व शांति के लिए खतरा है।