इस छोटे शहर में भी लीजिए घूमने का मज़ा, जरूर जाएं चिकमंगलूर
अगर आप कॉफी पीने के शौकीन है और किसी सुबह आपको चारो तरफ कॉफी के बागान नजर आएं तो कैसा लगेगा। इस नजारे के बारे में सोच कर ही रोमांच छा जाता है। कर्नाटक में एक छोटी सी जगह है जिसे कॉफी लैंड कहा जाता है। तो आइए जानते हैं वो कौन सी अद्भुत जगह है।
चिकमंगलूर, कर्नाटक
कर्नाटक राज्य में बना है छोटा सा शहर चिकमंगलूर। इस शहर की खूबसूरती यहां के पहाड़ों, झरनों और भक्तिमय मंदिरों के साथ ही यहां पर बने कॉफी बागानों में रची बसी है। देश की सबसे ज्यादा कॉफी का उत्पादन चिकमंगलूर में होता है। इस जगह को देखने के बाद आपको एहसास होगा कि ये जगह इतनी खास क्यों है। तो आइए जाने कौन सी जगह है यहां पर सैर करने के लिए।
मुल्लयनगिरी
कर्नाटक का सबसे ऊंचा पहाड़ है मुल्लयनगिरी। चिकमंगलूर में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगह में से एक है मुल्लयनगिरी। यहां के ऊंचे पहाड़ों पर एंडवेंचर के शौकीन लोगों का मेला लगा रहता है क्योंकि यहां पर ट्रेकिंग, कैंपिंग के साथ ही माउंटेन बाइकिंग भी की जा सकती है।
बाबा बुदनगिरी
इस जगह की खासियत यहां पर तीन धर्मों की आस्था के केंद्र के लिए है। इस जगह का नाम मुस्लिम संत बाबा बुदन के नाम पर पड़ा है। यहां के नजारे इतने खूबसूरत हैं कि इन्हें देखकर आप मंत्र मुग्ध हो जाएंगे। चिकमंगलूर आने वाले लोगों को एक बार यहां पर जरूर जाना चाहिए।
हेब्बे झरना
केम्मनगुड्डी पहाड़ी पर बने इस झरने का पानी औषधीय गुणों से भरपूर है। लेकिन 168 मीटर ऊंची पहाड़ी से गिरने वाले इस झरने की चोटी पर चढना बहुत ही कठिन काम है। लेकिन सफेद संगमरमर सी छटा बिखेरे इस झरने को देखना अद्भुत होता है।
धर्म-कर्म की भी नगरी
इस शहर में बहुत से मंदिर भी है जिनका दर्शन आप कर सकते हैं। इन मंदिरों को देखकर यहां की प्राचीन वास्तुकला के बारे में भी पता चलता है। अन्नपूर्णा देवी का मंदिर, आठवीं सदी में बना आदि शंकर का मंदिर जरूर देखें।
कॉफी की दास्तान
चिकमंगलूर में कॉफी के उत्पादन के साथ ही कॉफी का म्यूजियम भी बना है। इस म्यूजियम को कॉफी बोर्ड ऑफ इंडिया के द्वारा चलाया जाता है। इस म्यूजियम में कॉफी बनाने के तरीकों को आप देख सकते हैं।
कैसे पहुंचे चिकमंगलूर
चिकमंगलूर जाने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से अप्रैल तक है। यहां जाने के लिए सड़क मार्ग से जाना बेहतर होगा क्योंकि इस शहर का अपना कोई रेलवे स्टेशन या एयरपोर्ट नहीं है।