इस टाइम लड़कियों से ज्यादा नर्वस होते हैं लड़कें…
हम उन मौकों पर लड़कों की नर्वसनेंस की बात कर रहे हैं, जिनमें आमतौर पर महिलाएं ‘ज्यादा’ घबराई हुई नज़र आती हैं। सच्चाई ये है कि इन हालात में लड़के लड़कियों से ज्यादा परेशान रहते हैं
1. जब वो किसी खास लड़की को पहली बार डेट पर ले जाते हैं
डेट नाइट के लेकर आम धारणा है कि लड़कियां अपने लुक्स और हाव भाव को लेकर बेहद संजीदा रहती हैं और लड़के ‘चिलैक्स’ होते हैं। लेकिन अगर सामने वाला लड़का वाकई उस लड़की को पसंद करता है तो वो केवल अपने कपड़े, हेयरस्टाइल या लुक्स को लेकर नर्वस नहीं रहता। बल्कि उस मीटिंग से जुड़ी हर घटना को लेकर नर्वस होता हैं जैसे- लड़की से किस टॉपिक पर बात की जाए, किस रेस्त्रां में उसे ले जाया जाए, उसे इंप्रेस करने के लिया क्या करना होगा वगैरह वगैरह…
2. जब वो उसी लड़की से दूसरी बार डेट पर चलने को कहते हैं
लड़कों के मुकाबले लड़कियां ज्यादा सेंसिटिव होती हैं। दुर्भाग्यवश, लड़कों के ये पता है। यही वजह कि फर्स्ट डेट पर दूसरी बार डेट पर चलने का आग्रह करने की बारी आती है तो वो ये सोचकर घबरा जाते हैं कि कहीं लड़की उनके बारे में कुछ गलत न सोच ले, कहीं लड़की को उनमें कोई दिलचस्पी न रहे, कहीं वो लड़की उन्हें ‘डेसपरेट’ न समझ ले…
3.जब किसी लड़की के साथ वो पब में होते हैं
दोस्तों के साथ लड़के चाहें जितना ड्रिंक कर ले, जब अगर सामने वो लड़की मौजूद हो जिसे वो सबसे ज्यादा पसंद करते हैं या जिससे कभी बात नहीं हुई, तो उस दौरान लड़के काफी नर्वस हो जाते हैं। उन्हें इस बात का डर सताने लगता है कि कहीं लड़की के नज़र में उसकी गलत इमेज न बन जाए।
4.जब वो किसी लड़की से उसकी निजी ज़िंदगी के बारे में सवाल करते हैं
ऐसा अक्सर फर्स्ट डेट या पहली बार होने वाली गुफ्तगू के दौरान होता है। किसी की भी निजी ज़िंदगी, खासकर लड़कियों की, के बारे में सवाल करने में हिचक ज़रूर महसूस होती है। सवाल सुनकर सामने वाले का क्या रिएक्शन होगा, ये सोचकर घबराहट और भी बढ़ जाती है। इसलिए जब भी लड़के किसी लड़के से उसके परिवार, रिलेशनशिप स्टेटस, आदि से जुड़े सवाल करते हैं तो बेहद नर्वस होते हैं। उन्हें डर होता है कि लड़की उससे दूरी न बना ले।
5. जब वो किसी लड़की को प्रपोज़ करने वाले हों
ऐसा नहीं है कि जब लड़का किसी लड़की को प्रपोज़ करता है तो लड़की नर्वस नहीं होती। लेकिन लड़कों में ये ज्यादा होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि जवाब का इंतज़ार उन्हें होता है। इसलिए, प्रपोज़ करने से पहले वो ये सुनिश्चित कर लेना चाहते हैं कि सामने से जवाब ‘हां’ ही मिलेगा। और जबतक सामने से कोई जबाव नहीं मिलता, तब तक वे बेचैन रहते हैं। (वेल, ऐसे हालात में नॉर्मल रहना भी नॉर्मल बात नहीं)
हो सकता है कि कई लड़के इन मौकों पर कॉन्फिडेंट नज़र आएं या वाकई कॉन्फिडेंट हों भी। लेकिन इस आर्टिकल को लिखने के दौरान जितने लड़कों से सवाल किए गए उन्होंने ये कंफेस किया है कि वो सामने से भले ही आत्मविश्वासी नज़र आएं, अंदर ही अंदर ‘फ्रीक्ड आउट’ होते हैं।