अन्तर्राष्ट्रीय

इस देश का पासपोर्ट है दुनिया में ‘सबसे ज्यादा ताकतवर’, बेहद खराब है भारत की हालत

हाल ही में इंटरनेशनल सर्वे कंपनी हेनली एंड पार्टनर्स ने  विश्वभर के पासपोर्ट की रैंकिंग की सूची जारी की है। इसमें जापान के पासपोर्ट को दुनिया का सबसे ताकतवर पासपोर्ट बताया गया है। जबकि भारत का पासपोर्ट 81वें नंबर पर है।इस देश का पासपोर्ट है दुनिया में 'सबसे ज्यादा ताकतवर', बेहद खराब है भारत की हालत

रैंकिंग का आधार ये था कि किसी देश का पासपोर्ट कितने अन्य देशों में बिना वीसा के प्रवेश दिला सकता है। जापान दुनिया में सबसे अधिक देशों में बिना वीजा के प्रवेश दिलाता है। साथ ही इस साल ही म्यांमार ने बिना वीसा के प्रवेश की मान्यता दी है, जिसके बाद जापानी पासपोर्ट दुनिया के 190 देशों में वीसा-फ्री एंट्री दिलाने में मान्य हो गया है।

जापान ने सिंगापुर को पीछे छोड़ दिया है, जिसका पासपोर्ट 189 देशों में बिना वीसा प्रवेश दिलाता है। जर्मनी (188) तीसरे नंबर पर है। भारत का पासपोर्ट 60 देशों में वीसा-फ्री एंट्री दिलाता है। हालांकि पिछले साल की तुलना में भारत की रैंकिंग 6 पायदान सुधरी है, लेकिन 5 साल में देश की रैंकिंग 5 पायदान नीचे आई है।

पिछले साल भारत 87वें नंबर पर था। हेनली एंड पार्टनर्स 2006 से ये पासपोर्ट रैंकिंग जारी कर रहा है। 2006 में भारत 71वें नंबर पर था। अब तक 10 रैंक की गिरावट आ चुकी है। 2015 में भारत की रैंकिंग सबसे खराब 88वें पायदान पर रही थी।

पासपोर्ट रैंकिंग को इस आधार पर अहम माना जाता है कि ये किसी भी देश के अंतरराष्ट्रीय संबंधों की स्थिति भी दर्शाता है। 12 साल में यूएई के पासपोर्ट की स्थिति सबसे ज्यादा सुधरी लिस्ट में अमेरिका और ब्रिटेन का पासपोर्ट संयुक्त रूप से 5वें नंबर पर है।

दोनों देशों का पासपोर्ट 186-186 देशों में मान्य है। चीन 71वें और रूस 47वें स्थान पर है। पड़ोसी देशों में पाकिस्तान 104वें और बांग्लादेश 100वें स्थान पर है। पिछले साल पाक 102वें स्थान पर था। रिपोर्ट के मुताबिक- 2006 से अब तक संयुक्त अरब अमीरात के पासपोर्ट ने सबसे ज्यादा सुधार दिखाया है। 2006 में यूएई का पासपोर्ट 62वें स्थान पर था। अब ये 21वें पायदान पर है। पासपोर्ट रैंकिंग 2006 से जारी की जा रही है, तब भारत 71वें पायदान पर था।

भारत का पांच सालों में पांच स्थान

2014 में 76, 2015 में 88, 2016 में 85, 2017 में 87, 2018 में 81 स्थान हासिल किया।

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