स्वास्थ्य

इस प्रकार करें एचआईवी का मुकाबला

एचआईवी एडस का नाम सुनते ही हर कोई भयभीत हो जाता है और मानता है कि अब उसकी जिंदगी समाप्त होने की कगार पर है। दूनिया भर में इस बीमारी से पीड़ित लोगों की तादाद बढ़ती जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार एचआईवी आज एक प्रमुख विश्व्यापी स्वास्थ्य समस्या बन गया है क्योंकि 2016 साल के आखिरी तक एचआईवी से करोड़ों लोग ग्रस्त थे। हाल के आंकड़ो के अनुसार कई करोड़ नए मरीज भी इस बीमारी की चपेट में आये है।इस प्रकार करें एचआईवी का मुकाबला

ज्यादातर लोगो के दिमाग में ये बात चलती रहती है बाहर के लोगों को इस बीमारी के बारे में पता न चल जाय। अगर टेस्ट मे रिपोर्ट पॉजिटिव हो तो सबको पता चलने का डर रहता है। डब्ल्युएचओ के अनुसार एचआईवी टेस्टिंग सर्विस को तीन चीजो का ध्यान रखना चाहिए। उनको नियम का पालन करना चाहिए जैसे- काउन्सिलिंग, सही टेस्ट का रिजल्ट और कनेक्शन (देखभाल, उपचार और दूसरी सुविधाओं से संबंध)।

भारत में एचआईवी टेस्टिंस सेल्फ किट का अविष्कार हुआ है जिससे एचआईवी है कि नहीं इसकी जांच मिनटों में हो जाती है। लैब में टेस्ट करवाने पर रिजल्ट के लिए दो-तीन दिन का इंतजार करने की ज़रूरत नहीं है। इसकी सबसे अच्छी बात ये है कि ये दूसरों के तुलना में सस्ता भी है।

ज्यादातर लोगों के दिल में ये सवाल चलता है कि कब इसकी जांच करनी चाहिए और कैसे। जब कोई इंसान अनप्रोटेक्टेड सेक्स करता है तो उसको अपने सुरक्षा के लिए एचआईवी टेस्ट करवा लेना चाहिए। अनप्रोटेक्टेड सेक्स करने के 90 दिनों के अंदर टेस्ट करवानी चाहिए। क्योंकि इस समय वायरस अपने चरम अवस्था में होता है जिसके कारण रिजल्ट सही मिलने की पूरी संभावना रहती है।

एचआईवी होने का मतलब ये नहीं कि जिंदगी खत्म हो गई मतलब आपको अपना ख्याल सही तरह से रखना होगा। हाल के रिसर्च से ये पता चला है कि लाइफस्टाइल और डायट का सही तरह से देखभाल करने पर एचआईवी को अच्छी तरह से मैनेज किया जा सकता है क्योंकि एक बार एचआईवी हो जाने पर आपको इम्युन सिस्टेम कमजोर हो जाता है। शरीर को दवाईयों से नुकसान पहुँचता है उसको ठीक करने के लिए सही डायट की जरूरत होती है।

एचआईवी पॉजिटिव हो जाने पर आपको भोजन खाना चाहिए जिसे आप अच्छी तरह से हजम कर सके। हेल्दी डायट लेने से कोई भी बीमारी जल्दी होने से बच सकते हैं और एनर्जी लेबल को मेन्टेन करते हैं। आयुर्वेद का कहना है कि ज्यादा मात्रा में फल और सब्जी खाये जिससे कि आपको भरपूर मात्रा में फाइबर और माइक्रोन्यूट्रिएन्ट्स मिले। हर खाने में घी डाले जिससे कि हजम शक्ति मिलती है और शरीर का सूजन कम हो जाता है। घी लेने से शरीर से टॉक्सिन्स निकलने में मदद मिलती है। मसालेदार, भारी भाजन न करें। हर रंग के फल और सब्जी को अपने डायट में शामिल करें जिससे कि शरीर संक्रमण का मुकाबला कर सके। विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स से युक्त गाजर, ग्रैपफ्रूट, कद्दू, मीठा आलू खायें। 

फाइबर खाये

जिस आहार में फाइबर होता है वह एचआईवी और एचआईवी की दवा से होने वाला असर कम करने में मदद करता है।

एचआईवी के साइड इफेक्ट को कम करने में मदद करता है। आयरन से भरपूर खाना खायें- लेगुम्स, बीज, नट्स और ड्राई फ्रूट्स खायें इससे पेट भी भरा रहता है जिससे अनहेल्दी चीजें खाने से बच जाते हैं। नारियल का तेल- नारियल के तेल में एन्टीमाइक्रोबायल तत्व होते हैं जो एचआईवी मरीजों के लिए अच्छा होता है। प्रोबायोटिक फूड्स ले- प्रोबायोटिक फूड लेने से इम्युनिटी बेहतर हो जाती है। इसलिए रोज के डायट में दही, बटरमिल्क और फरमेंटेड अचार लें। ताज खाना ही ही खाये।अपने आहार में लहसुन, आंवला और हल्दी शामिल करें।

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