इस बीमारी की वजह से, गुड़ियों से खेलने की उम्र में वो बन गई मां
इन दिनों तीन बच्चों की मां 23 वर्षीय लिनेने ब्रेनन की चर्चा है। लिनेन के अचानक पेट में दर्द हुआ। उसे मालूम ही नहीं था कि यह प्रेग्नेंट है और यह लेबर पेन है। बाथरूम में जाने के बाद आधे घंटे में ही उसने तीसरे बेबी को जन्म दे दिया। बाद में पड़ौसियों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया। इस घटना ने वाकई एक औरत के साहस की कहानी को बयां किया है, लेकिन क्या आपने कभी दुनिया की सबसे छोटी मां के बारे में सुना है? यकीन करना मुश्किल होगा, लेकिन सच्चाई यही है कि दुनिया की सबसे छोटी मां ने महज पांच साल की उम्र में बच्चे को जन्म दिया था।
जिस उम्र में बच्चियां अपने लिए कपड़े नहीं चुन सकती, वो एक बच्चे को नैपी पहनाती थी। अपने खाने-पीने के लिए दूसरे पर निर्भर रहने की उम्र में वो अपने बच्चे को दूध पिलाती थी। वो नन्ही मां थी लीना मेडिना, जिसका जन्म 27 सितंबर 1933 को पेरू के एक छोटे से गांव तिकरापो में हुआ था। लीना दुनिया की सबसे कम उम्र की डॉक्यूमेंटेड मां हैं। लीना एक रेयर कंडिशन precocious puberty के साथ जन्मी थीं।
लीना को आठवें महीने से ही पीरियड्स होना शुरू हो गए थे। चार साल की उम्र में ही उनके ब्रेस्ट पूरी तरह विकसित हो गए थे। जब लीना पांच साल की हुईं तो अचानक उनका पेट बढ़ने लगा। उनकी मां विक्टोरिया को लगा कि उनकी बेटी के पेट में ट्यूमर हो गया है या किसी बुरी आत्मा का साया है। वो लीना को लेकर अस्पताल पहुंची। लीना की जांच की गई और परिणाम ने वहां मौजूद लोगों को ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को चौंका दिया।
पांच साल की बच्ची, जो खुद अपनी मां के हाथ से निवाला खाती थी, आठ माह की प्रेग्नेंट थी। डॉक्टर गेराल्डो लोजाडा ने लीना का केस अपने हाथ में लिया। 14 मई 1939 को लीना ने एक स्वस्थ और लगभग छह पौंड के वजन वाले बच्चे को जन्म दिया, वो भी सर्जरी से। उस समय लीना की उम्र पांच साल सात महीने और 17 दिन थी। खास बात यह है कि जिस दिन लीना मां बनीं, उसी दिन मदर्स डे भी था। लीना के डॉक्टर के सम्मान में बच्चे का नाम भी गेराल्डो रखा गया। ये बच्चा ४० वर्ष की उम्र तक जिंदा रहा, लेकिन बोन मैरो की बीमारी हो जाने की वजह से 1979 में उसकी मौत हो गई।
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि कई साल तक तो गेराल्डो, लीना को अपनी बहन ही मानते रहे। जब वो 10 साल के हुए तो उन्हें अपनी मां की सच्चाई पता चली। लीना ने कभी भी अपने बच्चे के पिता का नाम नहीं बताया। साल 1972 में लीना ने रॉल जुराडो नाम के एक शख्स से शादी कर ली और वो अपने पति के साथ लीमा में रहने लगीं।
क्या कहते हैं चिकित्सक हिंदुजा हॉस्पिटल, मुंबई की पूर्व सत्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ कविता गोयल के अनुसार यह एक गंभीर समस्या है और इसके कारण बच्चा आक्रामक भी हो सकता है। इस बीमारी के चलते उसे कंट्रोल कर पाना मुश्किल हो जाता है। आमतौर पर लड़कियों में जननांगों का विकास 10 साल की उम्र में शुरू होता है और लड़कों में 11-12 साल में होता है, लेकिन यह एक ऐसी बीमारी है, जिसमें जननांग बहुत जल्दी विकसित हो जाते हैं। जबकि बाकी शरीर तुलनात्मक रूप से काफी छोटा रहता है।