इस मामले में भी कोई नहीं कर सका श्रीदेवी की बराबरी
‘चांदनी’ चांद के पास चली गईं। श्रीदेवी के निधन से एक युग का अंत हुआ। बला की खूबसूरत और प्रतिभाशाली श्रीदेवी अपने अभिनय से भारतीय सिनेमा के आकाश पर एक ऐसी छटा बिखेर गयी हैं जिनकी रौशनी शायद ही कभी धुंधली पड़ सकेगी।
श्रीदेवी को देश की पहली सुपरस्टार अभिनेत्री का दर्ज़ा हासिल है। ज़ाहिर है इसकी कई वजहें भी हैं। जैसे उन्होंने एक के बाद एक कई हिट्स दिए। हिंदी ही नहीं दक्षिण भारतीय फ़िल्मों में भी उन्होंने शानदार कीर्तिमान बनाये।
उनकी फ़िल्में अकेले उनके दम पर टिकट खिड़की पर छाई रहती! साल 1997 में आई फ़िल्म ‘जुदाई’ के बाद उन्होंने बड़े पर्दे से लम्बा ब्रेक ले लिया। वो अपने दोनों बेटियों जाह्नवी कपूर और ख़ुशी कपूर की परवरिश में लग गयीं। कई साल बाद 2012 में ‘इंग्लिश विंग्लिश’ से उन्होंने बड़े पर्दे पर वापसी की। यह वापसी इसलिए भी यादगार है क्योंकि यह फ़िल्म बॉक्सऑफिस पर बंपर कामयाब हुई।