इस सरकारी स्कूल में नहीं है शौचालय, ‘डिब्बा’ लेकर बाहर शौच को जाते हैं छात्र-अध्यापक
देवरिया: एक तरफ तो सरकार स्वच्छ भारत मिशन (Swachh Bharat mission) चलाकर हर घर शौचालय (Toilets) का सपना साकार करने में लगी है तो वहीं दूसरी तरफ देवरिया (Deoria) में एक स्कूल ऐसा भी है, जो आज भी एक अदद शौचालय के लिए तरस रहा है. आज भी यहां के अध्यापक और छात्र-छात्राएं शौच के लिए खेत में जाते हैं. खबर सदर विकास खंड के सरकारी स्कूल की हैं.
यहां सालों से शौचालय नहीं है, जिसकी वजह से यहां पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं और टीचर्स को या तो खेत का सहारा लेना पड़ता हैया फिर वो आस-पास के घरों में जाते हैं, जिसकी वजह से उन्हें खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है. स्कूल की प्रिंसिपल का कहना है कि कई बार इस मामले को लेकर अधिकारियों को जानकारी दी गई, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई.
स्कूल में पढ़ा रहीं प्रशिक्षु महिला अध्यापिकाओं का कहना है कि शौचालय न होने की वजह से बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है. उन्होंने बताया कि इस बात की शिकायत बीएसए से कई बार की गई है, लेकिन कार्रवाई कभी नहीं हुई. अध्यापिकाओं ने बताया कि ग्राम प्रधान को भी इस मामले से अवगत कराया जा चुका है, लेकिन उन्होंने भी सिर्फ आश्वासन दिया.
वहीं, इस मामले पर बेसिक शिक्षा अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मैं इस जनपद में नया आया हूं. ये मामला अब संज्ञान में आया है. स्कूल परिसर में तत्काल प्रभाव से शौचालय बनाया जाएगा.