ईरानी के काफिले से नहीं हुआ था एक्सप्रेस वे पर हादसा: HRD मंत्रालय
दस्तक टाइम्स एजेंसी/यमुना एक्सप्रेसवे पर शनिवार को हुए हादसे में सोमवार को दावों-प्रतिदावों का दौर चलता रहा. सुबह होते ही जहां पीड़ित के परिजन ये दावा करते रहे कि हमने स्मृति ईरानी से मदद मांगी लेकिन उन्होंने हमें बैरंग लौटा दिया जबकि उनके मंत्रालय ने दावा कि ईरानी के काफिले से हादसा नहीं हुआ था.
स्मृति ईरानी के दफ्तर का स्पष्टीकरण
पीड़ित परिवार के आरोपों पर स्मृति अधिकारी के दफ्तर की तरफ से सफाई पेश की गई है. उनकी तरफ से स्पष्टीकरण दिया गया कि DL3C BA 5315 नंबर की जिस होंडा सिटी कार से टक्कर होने पर बाइक सवार की मौत हुई थी, उससे मानव संसाधन विकास मंत्री के काफिले से कोई लेना-देना नहीं है. उल्टा, मंत्री जी ने तो मथुरा के एसएसपी को तुरंत एंबुलेंस का इंतजाम कर घायलों को इलाज के लिए तुरंत अस्पताल पहुंचाने का निर्देश दिया था.
स्मृति ईरानी ने किया था मदद का दावा
संदली के भाई अभिषेक ने स्मृति ईरानी के बारे में कहा, ‘उन्होंने एक बार भी हमारी हालत जानने की कोशिश नहीं की. हालांकि स्मृति ने हादसे वाली रात को ट्वीट करके घायल की मदद करने की बात कही थी. उन्होंने ट्वीट किया था, ‘जो घायल शख्स कुछ वक्त से सड़क पर था, उसकी मदद की कोशिश की और सुनिश्चित किया कि वो अस्पताल पहुंच जाए. उनकी सुरक्षा की दुआ करती हूं.
शनिवार को हुआ था हादसा
स्मृति ईरानी जब शनिवार को वृंदावन से भारतीय जनता युवा मोर्चा के सम्मेलन में शिरकत कर दिल्ली लौट रही थीं, तब यमुना एक्सप्रेस वे पर यह हादसा हुआ था. हादसे में बाइक सवार रमेश कुमार नागर की मौत हो गई थी और दो लोग घायल हुए थे.