मुख्यमंत्री हरीश रावत की बेटी अनुपमा रावत की हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा में सक्रियता से कांग्रेस टिकट के दावेदारों में अफरातफरी की स्थिति है। कई दावेदार दूसरे दलों में अपना राजनीतिक भविष्य तलाशने में जुटे हुए हैं। कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुका एक दावेदार बसपा में जाने की तैयारी में है। जबकि कई पार्टी पदाधिकारी अनुपमा की दावेदारी से खफा हैं। आगामी विधानसभा चुनाव के परिपेक्ष्य में देखा जाए तो कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों में हर विधानसभा सीट पर दावेदारों की लाइनें हैं।
बसपा के संपर्क में कई कांग्रेसी
बात हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा की करें तो इस सीट पर मुख्यमंत्री हरीश रावत की बेटी अनुपमा रावत के अलावा पिछली बार चुनाव लड़ चुके इरशाद अंसारी, वरिष्ठ नेता हनीफ अंसारी एडवोकेट, धर्मेंद्र अंबूवाला जैसे कई दावेदार टिकट की लाइन में हैं। लेकिन अनुपमा रावत की सक्रियता से बाकी दावेदारों की नींद उड़ी हुई है।
टिकट की बात न बनती देख कुछ दावेदारों ने तो अपना नया सियासी आशियाना तलाशना भी शुरू कर दिया है। कई दावेदार इस समय बसपा नेताओं के संपर्क में हैं। जबकि इस सीट पर बसपा में पहले से मुकर्रम अंसारी व जयंत चौहान टिकट के प्रबल दावेदार हैं।
इसके बावजूद कुछ कांग्रेसी दावेदारी सीधे बसपा हाईकमान से जोड़-जुगत लगाने में जुटे हैं। इतना ही नहीं कांग्रेस के एक दावेदार ने तो बसपा ज्वाइन करने की पूरी तैयारी कर ली है। पूरी विधानसभा क्षेत्र में इसकी चर्चा जोरों पर है।