उप्र : इज्जत बचाने में कामयाब रहे कई पूर्व मुख्यमंत्री
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी व तीन राज्यों के चार पूर्व मुख्यमंत्रियों के भाग्य का फैसला भी 1288 प्रत्याशियों के साथ-साथ शुक्रवार को हो गया। उप्र से 1 288 उम्मीदवारों में मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय दलों के 329 गैर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के 568 और 373 निर्दलीय प्रत्याशी थे। इनमें 125 महिलाएं तथा तीन अन्य वर्ग के प्रत्याशी चुनाव मैदान में अपना भाग्य आजमा रहे थे। भारत के चुनावी इतिहास में संभवत यह पहला मौका है उप्र में चार पूर्व मुख्यमंत्री और एक अन्य राज्य का मुख्यमंत्री चुनाव मैदान में था। इस चुनाव में वाराणसी सीट से जहां गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविन्द केजरीवाल के बीच दिलचस्प मुकाबला रहा जहां नरेन्द्र मोदी ने अरविन्द केजरीवाल को हरा दिया। वहीं मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती झांसी सीट से अपनी जीत दर्ज कराई। वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव आजमगढ़ और मैनपुरी दोनों ही सीटों से अपनी जीत दर्ज करा ली। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह लखनऊ सीट अपनी जीत दर्ज करा कर मोदी के मिशन 272 में एक और कमल दे दिया। इन चार पूर्व मुख्यमंत्रियों के अलावा 21 फरवरी 1998 से 23 फरवरी 1998 तक तीन दिन तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे जगदंबिका पाल भी इस चुनाव में कांग्रेस छोड़कर भाजपा उम्मीदवार के रूप में डुमरियागंज सीट से फिर चुनाव मैदान में उतरे और उन्होंने भी अपनी सीट निकाल ली। उल्लेखनीय है कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा पाल की नियुक्ति को असंवैधानिक करार दिए जाने के कारण उनका नाम पूर्व मुख्यमंत्रियों की सूची में दर्ज नहीं है जबकि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह 28 अकटूबर 2००० से आठ मार्च 2००2 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे। राजनाथ सिंह इससे पूर्व राज्य की गाजियाबाद सीट से सांसद हैं। राज्य में अपनी पार्टी की पकड़ मजबूत बनाने के इरादे से सिंह इस बार पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र रह चुके लखनऊ सीट से मैदान में उतरे और वो सीट उनके खाते में आ गई। इस क्षेत्र में 3० अप्रैल को मतदान हुआ था। 29 जनवरी 2००3 से 23 अगस्त 2००4 तक मध्यप्रदेश की मुख्यमंत्री रहीं भाजपा नेता उमा भारती झांसी सीट से मैदान में हैं और इस क्षेत्र में 24 अप्रैल को मतदान हुआ था। इसके अलावा 1989 1993 और 2००3 में तीन बार राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके व सपा के मुखिया यादव मैनपुरी सीट से सांसद हैं। यादव चुनाव में अपने मैनपुरी सीट के साथ पूर्वांचल की आजमगढ़ सीट से भी चुनाव मैदान में उतरे हैं। और परिवार की लाज बचाते हुए दोनों सीटें अपने खाते में ले ली। मैनपुरी में 24 अप्रैल को तथा आजमगढ़ में 12 मई को मतदान हुआ था।