लखनऊ । उत्तर प्रदेश से 16वीं लोकसभा में पहुंचने वाली महिला सांसदों की संख्या में इस बार कमी आई है। 15वीं लोकसभा के लिए वर्ष 2००9 में हुए आम चुनाव में जहां 13 महिला प्रत्याशी जीती थीं वहीं इस बार एक दर्जन महिलाओं को जीत नसीब हुई है। इनमें 1० भाजपा से एक भाजपा-अपना दल गठबंधन प्रत्याशी तथा कांग्रेस व सपा की एक-एक प्रत्याशी हैं।
भाजपा से जिन महिला उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है उनमें पीलीभीत से मेनका गांधी मथुरा से हेमा मालिनी झांसी से उमा भारती धौरहरा से रेखा वर्मा मिश्रिख से अंजू बाला फतेहपुर से साध्वी निरंजन ज्योति बहराइच से सावित्री बाई फुले बाराबंकी से प्रियंका रावत लालगंज से नीलम सोनकर और शाहजहांपुर से कृष्णा राज हैं। भाजपा-अपना दल गठबंधन के तहत मिर्जापुर से अनुप्रिया पटेल जीत दर्ज करने में सफल रहीं। इसके अलावा कांग्रेस से इकलौती सोनिया गांधी और समाजवादी पार्टी से कन्नौज से डिम्पल यादव ही संसद पहुंचने में कामयाब रही हैं। वर्ष 2००9 में जिन महिला प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की थी उनमें अलीगढ़ से बसपा की राजकुमारी चौहान आंवला से भाजपा की मेनका गांधी फतेहपुर सीकरी से बसपा की सीमा उपाध्याय हरदोई (सुरक्षित) से सपा की उषा वर्मा हाथरस (सुरक्षित) से रालोद की सारिका सिंह बघेल कन्नौज से सपा की डिम्पल यादव मोहनलालगंज (सुरक्षित) से सपा की सुशीला सरोज प्रतापगढ़ से कांग्रेस की राजकुमारी रत्ना सिंह रायबरेली से कांग्रेस की सोनिया गांधी सीतापुर से बसपा की कैसर जहां और उन्नाव से कांग्रेस की अनु टंडन थीं।