नई दिल्ली । राष्ट्रीय राजधानी के सिरी फोर्ट स्पोट्र्स कांप्लेक्स में शनिवार को हुए टीम बैडमिंटन विश्व चैम्पियनशिप उबेर कप के फाइनल मुकाबले में जापान को मात देकर चीन 13वीं बार विजेता बना। चीन ने जापान को 3-1 से हराया। पहले एकल और युगल मुकाबलों में बराबरी पर रहने के बाद गत चैम्पियन चीन ने जबरदस्त वापसी करते हुए अगले एकल और युगल मुकाबले जीत लिए। मौजूदा ओलम्पिक चैम्पियन और सर्वोच्च विश्व वरीय लू ज्यूरेई ने पहले एकल मुकाबले में जापान की मिनात्सु मितानी को 36 मिनट में 21-15 21-15 से हरा दिया। दूसरे युगल वर्ग के मुकाबले में हालांकि चीन दूसरी विश्व वरीयता प्राप्त यिक्सिन बाओ और जिन्हुआ तांग की जोड़ी को जापान की मिसाकी मात्सुतोमो और अयाका ताकाहाशी ने 46 मिनट में 21-18 21-9 से मात देकर जापान को मुकाबले में 1-1 से बराबरी पर ला दिया। चीन की दूसरी विश्व वरीयता प्राप्त शिजियान वांग ने लेकिन तीसरे एकल वर्ग के मुकाबले में जापान की सायाका ताकाहाशी को 45 मिनट में 21-18 21-9 से हराकर चीन को फिर से 2-1 की बढ़त दिला दी। अंत में यूनलेई झाओ और शियाओली को चीनी जोड़ी ने जापान की पांचवीं विश्व वरीयता प्राप्त मियूकी माएदा और रीका काकीवा की जोड़ी को 37 मिनट में 21-13 21-6 से हराकर चीन की बादशाहत बरकरार रखी। चीन को स्वर्ण पदक जबकि जापान को रजत पदक मिला। सेमीफाइनल मुकाबलों में हारकर भारत और दक्षिण कोरिया को कांस्य पदक मिला। मेजबान भारत ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए पहली बार कांस्य पदक हासिल किया है। थॉमस कप का फाइनल मुकाबला शनिवार को मलेशिया और जापान के बीच होगा।