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उरी हमले से फूटा पीएम मोदी का गुस्सा,

img_20160919073351नई दिल्ली। कश्मीर के उरी सेक्टर में सेना के कैंप पर आतंकी हमले से पीएम मोदी का गुस्सा फूट पड़ा है। वो पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देने की तैयारी कर रहे हैं।

पाकिस्तान ने एक बार फिर से भारत की जमीन पर आतंक का तांडव किया है। लश्कर के कंधे पर बंदूक रखकर हमला किया है। जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में सेना के मुख्यालय पर आतंकियों के हमले ने 17 भारतीय फौजियों की जान ले ली। 17 जवानों की शहादत से पूरे देश में गुस्से की लहर है। पाकिस्तान को अंदाजा भी नहीं है इस घटना का पर्णाम क्या होने वाला है। शांति का पैगाम देने वाले पीएम मोदी का गुस्सा इस हमले के बाद फूट पड़ा है। जैसे कहीं कोई ज्वालामुखी फटा हो। पूरी मोदी कैबिनेट इस हमले के बाद एक सुर से कड़ी कार्रवाई के इशारे दे रही है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर तो कश्मीर पहुंच भी गए हैं. वहीं नई दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी के लगातार तमाम जानकारियां हासिल कर रहे हैं।
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उरी सेक्टर में सेना के जिस शिविर में हमला किया गया वहां से सेना ब्रिगेड मुख्यालय महज कुछ मीटर की दूरी पर है। सेना ने बताया कि हमले के समय मुख्यालय के प्रशासनिक शिविर में डोगरा रेजिमेंट के जवान तंबुओं के अंदर सो रहे थे। धमाके के कारण तंबुओं में आग लग गई और इस कारण जान-माल का ज्यादा नुकसान हुआ। लश्कर के फिदायीन हमले के कारण आग लग गई जो बैरक में फैल गई। ये हमला पाकिस्तान के दुस्साहस की तरफ इशारा कर रहा है। रक्षा जानकारों का साफ कहना है कि इस हमले के पीछे पाकिस्तान की साजिश है। वो बलूचिस्तान पर भारत के रुख के कारण बौखला गया है। लगातार वैश्विक मंच पर वो बेनकाब होता जा रहा है। कोई रास्ता नहीं बचने पर वो फिर से आतंक का सहारा ले रहा है। मगर इस बार हमले का जवाब माकूल तरीके से देने की तैयारी हो रही है।
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बलूचिस्तान पर भारत के आक्रामक रुख के कारण पाकिस्तान फिर से प्रॉक्सी वॉर कर रहा है। बता दें कि उरी सेक्टर सीमा रेखा के पास है। इसी कारण ये काफी संवेदनशील माना जाता है। आतंकी इस सेक्टर में पहले भी कई बार वारदात कर चुके हैं। जम्मू-कश्मीर के डिप्टी सीएम निर्मल सिंह ने साफ कर दिया कि इस हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ । उन्होने कहा कि घाटी में तनाव फैलाने में अलगाववादी, आतंकी और पाकिस्तान शामिल हैं। फिलहाल इस घटना ने पीएम मोदी के अंदर तक हिला के रख दिया है। निर्दोष जवानों को पाकिस्तान की नापाक हरकत के कारण अपनी जान गवांनी पड़ी है। लिहाजा अब पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देने की तैयारी की जा रही है। शांति की भाषा पाकिस्तान को कभी समझ नहीं आई। उसके कानों पर पड़े परदे को हटाने के लिए धमाके की जरूरत है।
सूत्रों के मुताबिक नई दिल्ली में पीएम मोदी खुद सारी रणनीति बना रहे हैं। रॉ और आईबी प्रमुखों के साथ बैठक चल रही है। फिलहाल के लिए तो घाटी में हालात को काबू में करना सबसे पहली प्राथमिकता है। मगर जिस रणनीति पर काम चल रहा है उसका असरर बहुत जल्द इस्लामाबाद से लेकर बलूचिस्तान तक में दिखाई देगा। पाकिस्तान को करारा जवाब देना बहुत जरूरी है। हाल के दिनों में जिस तरह से भारत ने पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर शर्मसार किया है अब उसके आगे कदम बढ़ाने का समय आ गया है। भारतीय सेना पर आतंकियों के जरिए हमला करवा के पाकिस्तान ने बहुत बड़ी गलती कर दी है। बलूचिस्तान के मुद्दे पर पाक ने खिसियाहट में ये कदम उठाया है। अब पाकिस्तान को ये समझ जाना चाहिए कि उसके हाथ से बलूचिस्तान बहुत जल्द निकलने वाला है।
 

 

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