अद्धयात्म
जिस तरह से हर धातु का अपना अलग प्रभाव और चमत्कारी लाभ होते हैं बिल्कुल उसी तरह से तांबा धातु ज्योतिषों के अऩुसार मंगल और सूर्य ग्रह को शांत करने के लिए पहना जाता है. इसे पहनने से वास्तु दोष दूर होते हैं और इसके अलावा इसे पहनने से मन भी शांत होता है. तांबे का छल्ला पहनने से होता है कई तरह का फायदा..
1. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, धातुओं और ग्रहों का संबंध बहुत ज्यादा गहरा होता है. अगर ग्रह आपके विपरीत हो, तो जीवन पर नकारात्मक असर होता रहता है और अगर वहीं आपके ग्रह आपके फेवर में हो तो शुभ-अशुभ काम होते रहते हैं. ऐसे में ग्रहों की शांती और इससे संबंधी सभी समस्याओं को शांत रखने के लिए तांबे की अंगूठी जरूर पहननी चाहिए.
2. ऐसा कहा जाता है कि धातुओं में तांबा शुद्ध और शांत धातु मानी जाती है. वही इसका संबंध मंगल व सूर्य से भी है और अगर किसी का सूर्य या मंगल कमजोर हो, तो तांबे की अंगूठी या छल्ला धारण करने से अच्छे से लाभ होता है. इसे पहनने से इसका असर बहुत जल्दी ही होता है.
3. ऐसा माना जाता है कि तांबे का संबंध सीधे सूर्य से होता है और सूर्य को यश और सम्मान का प्रतीक समझा जाता है. तांबे की अंगूठी धारण करने से व्यक्ति को समाज में पद-प्रतिष्ठा और सम्मान भी अच्छे से मिलता है और इसे धारण करने से व्यक्ति की प्रसिद्धि को बढ़ाने में भी मदद करता है.
4. अगर किसी की कुंडली में सूर्य दोष हो, तो तांबे की अंगूठी को रिंग फिंगर में पहनना चाहिए तो इसका असर ज्यादा होता है. इसके बारे में ज्योतिष शास्त्र में भी लिखा है कि यह धातु शांति का प्रकृति होता है और गर्मी को भी दूर करता है. तांबा का छल्ला या अंगूठी पहनने वाले व्यक्ति को शांति मिलती है.
5. अगर किसी को मानसिक विकार हो या ज्यादा गुस्सा आता हो, तो उसे तांबा धारण करना चाहिए. हालांकि वास्तुशास्त्र के अनुसार, तांबा वास्तुदोष को भी दूर करता है और इससे बने बर्तन या आभूषण अगर घर मे हों, तो घर का माहौल शांतिपूर्ण बना रहता है और नकारात्मक ऊर्जा भी दूर होती है.