एबी डिविलियर्स के माता- पिता का ऐसा खुलासा, जिसे सुन आश्चर्य में पड़ जाएंगे आप
उनके पिता एबी डिविलियर्स सीनियर (यही एबीडी के पिता का नाम है) ने कहा कि मैदान पर दर्शको ने जब एबीडी, एबीडी कहा तो मुझे बहुत आश्चर्य हुआ और जब एबी आउट हुआ तो पूरा स्टेडियम शांत हो गया। उन्होंने आगे कहा कि हम सभी जानते हैं कि बेंगलूर एबी का दूसरा घर है क्योंकि वह रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर के लिए लंबे समय से आईपीएल में खेल रहा है। मुझे उम्मीद है कि अब वह भारतीय भाषाएं सीखेगा।
डिविलियर्स की मां मिली ने उनके बचपन की कुछ घटनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि हम उसके बचपन से ही जानते हैं कि उसके लिए व्यक्तिगत खेल की बजाए किसी टीम के साथ रहना अच्छा रहेगा। क्योंकि उसे अपने आसपास लोगों की मौजूदगी और टीम में होना पसंद है। और वह उतना शांत भी नहीं है जितना मैदान पर दिखता है।
उन्होंने आगे कुछ और खुलासे करते हुए कहा कि वह जब युवा था तो अच्छी गोल्फ खेलता था। मैंने जब उसे गोल्फ खेलते हुए देखा तो सपना देखने लगी कि मेरा बेटा एक दिन एर्नी एल्स बनेगा पर साथ ही वह एक अच्छा टेनिस खिलाड़ी भी था।
एबी के पिता ने कहा कि एक बार किसी ने मुझसे पूछा कि क्या उनका बेटा डॉक्टर बन सकता है तो इस बात पर उन्होंने मुस्कराते हुए कहा कि हमारे परिवार का अकादमिक रिकॉर्ड अच्छा रहा है। मैं चाहूंगा कि मेरा बेटा कभी कोई डिग्री हासिल करे लेकिन अपने करियर में उसने जो कुछ हासिल किया, उससे मैं पूरी तरह खुश हूं।
एबी की कोनसी पारी अच्छी लगती है इसके जवाब में उनके पिता ने कहा कि उसने सेंचुरियन में भारत के खिलाफ (2010 में ) 75 गेंदों पर शतक ठोका था। मुझे वह पारी पसंद है।
उन्होंने आगे कहा कि एबी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच शतक लगाए हैं। इसको जानकर मुझे बेहद खुशी होती है। न्यूजीलैंड्स में एक मैच था जिसमें उसने ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज एंड्रयू मैकडोनाल्ड पर एक ओवर में चार छक्के लगाए थे। यह एक और पारी है जो मुझे पसंद है।