फ्लाइट में सफर के दौरान जेट एयरवेज लंच या डिनर के समय ऐसे लोगों को फल देगा, जिनको लेक्टोस, ग्लूटेन से एलर्जी है। जिनको इनसे एलर्जी नहीं है, उन यात्रियों को ब्रेड, सैंडविच और अन्य खाने पीने का सामान दिया जाएगा।
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अभी जेट की फ्लाइट पर मिलते हैं ये मेन्यू
जेट एयरवेज के प्रवक्ता के मुताबिक अभी सभी घरेलू उड़ानों पर बच्चों के लिए खाना, जैन खाना, डायबिटिज से पीड़ित लोगों के लिए खाना और फ्रूट प्लेटर देता है। इसके अलावा वेज और नॉनवेज खाना भी मिलता है। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक हालांकि वेबसाइट पर छोटे बच्चों और बेबी फूड का कोई ऑप्शन नहीं है।
सबसे पहले एयर इंडिया ने उठाया था कदम
एयर इंडिया एयरलाइंस ने फैसला लिया है कि वो अब इकोनॉमी क्लास में सफर करने वालों को खाने में नॉन वेज सर्व नहीं करेगी। एयरलाइंस की ओर से ये कदम उस वक्त उठाया गया है जब वो बड़े घाटे में चल रही है और केंद्र सरकार ने उसके शेयर्स बेचने का फैसला लिया है।
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एयर इंडिया के एक अधिकारी जीपी राव ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि यह निर्णय (कोई गैर शाकाहारी भोजन) केवल घरेलू अर्थव्यवस्था कक्षा यात्रियों के लिए प्रभावी है। इससे खर्च और लागत में कमी आएगी।
एयर इंडिया के इस फैसले के पीछे जो वजह बताई गई है, वे बेहद अजीब मानी जा रही है। दरअसल, फ्लाइट में वेजिटेरियन यात्रियों को अक्सर नॉन वेज फूड के कारण परेशानी झेलनी पड़ती थी। यहीं सफाई देते हुए एयर इंडिया ने कहा कि अक्सर ऐगोवा एयरपोर्ट सा हुआ है कि वेजिटेरियन यात्रियों को नॉन वेज सर्व कर दिया जाता है, ऐसा न हो इसलिए ये कदम उठाया गया है।
हालांकि, घरेलू और इंटरनेशनल फ्लाइट्स की बाकी क्लासिस में नॉन वेज सर्व किए जाएगा। एयर इंडिया चेयरमेन और मैनेजिंग डायरेक्टर अश्वनी लोहानी ने कहा कि कंपनी ने फैसला लिया है कि इकोनॉमी क्लास में सिर्फ वेजिटेरियन फूड ही यात्रियों को सर्व किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक नॉन वेज के वेस्ट जाने और महंगा होने के चलते ये फैसला लिया गया है।