एजेन्सी/ नई दिल्ली : शुक्रवार से दिल्ली में ऑड-इवन फॉर्मूले की शुरुआत के साथ ही विवादों की भी शुरुआत हो गई है। पहले दिन दोपहर 1 बजे तक 511 लोगों के चालान काटे जा चुके है। सम-विषम के दूसरे चरण के तहत शुरु किए गए इस नियम को 30 अप्रैल तक लागू किया गया है।
इस बार यूनिफॉर्म पहने हुए बच्चों को भी इस नियम के तहत राहत दी गई है। सबसे अधिक नियम का उल्लंघन दक्षिणी दिल्ली में हुआ। अभी तक पश्चिमी दिल्ली में 108, सेंट्रल दिल्ली में 97, पूर्वी दिल्ली में 57, उत्तरी दिल्ली में 42 और बाहरी दिल्ली में 78 चालान काटे गए।
रामनवमी के मौके पर विश्व हिंदू परिषद् ने छूट की मांग की थी। इसके लिए विहिप ने दिल्ली सरकार को खत भी लिखा था। ऐसे में विहिप ज्वारा निकाली जाने वाली शोभा यात्रा के दौरान टकराव की संभावना है। दिल्ली पुलिस ने आईटीओ पर चालान काटे। कार चालक ने कहा कि वो बाहर से आया है और उसे इस नियम के बारे में पता नहीं था।
मयूर विहार एसडीएम अजय अरोड़ा का कहना है कि नियम का उल्लंघन करने पर एक्स सर्विसमैन चालान कर सकते हैं। वॉलेंटियर सिर्फ लोगों को बताएंगे। नियमों का उल्लंघन करने वालों को बॉर्डर से वापस भेजा जा सकता है। इस बार दी गई छूट में दो दर्जन से अधिक कैटेगरीज की गाड़ियों को छूट दी गई है।
योजना को लागू करने से पहले दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने काफी तैयारी की थी। नियम को 15 दिनों के लिए ही लागू किया जा रहा है, लेकिन गर्मी के कारण यह लोगों को परेशान करने वाला साबित हो सकता है। पिछली बार सर्दियों के मौसम के कारण लोगों को राहत थी। साथ ही स्कूल भी बंद थे।
पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन ने प्रदर्शन की धमकी दी है। एसोसिएशन के मुताबिक ऑड-इवन की वजह से उन्हें नुकसान हो रहा है लेकिन फिर भी वे सरकार का साथ देने को तैयार हैं। लेकिन वैट बढ़ने से पेट्रोल पंपों की आमदनी पर असर आया है।
एसोसिएशन का कहना है कि कई बार डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया से इस बारे में बात की गई लेकिन उन्होने अनसुना कर दिया। अगर 30 अप्रैल तक सरकार एसोसिएशन की मांगे नहीं सुनती है तो 1 मई से प्रदर्शन किया जाएगा।