नई दिल्ली: ऑड-ईवन फार्मूले पर दिल्ली हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। अदालत सोमवार को इस मामले में फैसला सुना सकती है। इससे पहले, दिल्ली सरकार आंकड़ों के ज़रिए बताएगी कि इस फॉर्मूले के तहत राजधानी में प्रदूषण कितना कम हुआ।
हरीश साल्वे बोले, लोगों ने फार्मूले का समर्थन किया
मामले में शुक्रवार को हाईकोर्ट में दिल्ली सरकार की ओर से वरिष्ठ वकील और पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे पेश हुए। उन्होंने कहा कि लोगों ने इस फार्मूले का समर्थन किया है। इससे प्रदूषण को नियंत्रित करने में मदद मिली है। 15 जनवरी के बाद भी फार्मूले को जारी रखा जा सकता है। सुनवाई के दौरान अदालत ने दिल्ली सरकार से कहा कि आप वह डाटा बताइए जिससे ये साबित होता हो कि इस फार्मूले की वजह से प्रदूषण कम हुआ हो। आखिरकार, ये मामला सबके हित से जुड़ा हुआ है।
पीक आवर्स में प्रदूषण कम हुआ
इस पर हरीश साल्वे ने कहा, सर्दियों में प्रदूषण ज्यादा होता है। वैसे, स्टडी बता रही है कि इसका प्रभाव पड़ा है। ऑड-ईवन की वजह से ‘पीक आवर्स’ में प्रदूषण कम हुआ है। सरकार की ओर से कहा गया कि प्रदूषण से संबंधित डाटा आने पर वक्त लगेगा।
पिछली सुनवाई में कोर्ट ने क्या कहा था, यह पढ़ें-
-एक हफ़्ते में ख़त्म क्यों नहीं करते नियम?
-15 दिन क्यों चाहती है दिल्ली सरकार?
-फ़ायदा-नुक़सान जानने के लिए एक हफ़्ता काफ़ी
-ज़्यादा दिन नियम लागू होने से लोगों को दिक्कत होती है