कंप्यूटर, लैपटॉप बदल देते हैं सोचने का तरीका, जानिए कैसे
वॉशिंगटन। कंप्यूटर, लैपटॉप या टैबलेट पर पढ़ने से सोचने के तौर तरीके में बदलाव आता है। यह जानकारी एक शोध में सामने आई है। शोध के मुताबिक, इंटरनेट पर पढ़ने वाले लोग संबंधित विषय पर सूक्ष्म व्याख्या करने के बजाय ठोस सूचना हासिल करना पसंद करते है। इससे इंटरनेट माध्यमों के प्रभाव का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है।
अमेरिका के डार्टमाउथ कॉलेज के विशेषज्ञ अर्थ की व्याख्या पर डिजिटल और गैर डिजिटल (लिखित सामग्री) माध्यमों का प्रभाव जानने की कोशिश में जुटे थे। इसके लिए शोधकर्ताओं ने दो ग्रुप को एक ही सूचना दो अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराई।
इसमें 20 से 24 साल के 300 से ज्यादा प्रतिभागियों को शामिल किया गया था। दोनों ग्रुप को लघु कहानी लिखित और पीडीएफ में उपलब्ध कराई गई। वर्णनात्मक सवालों में लिखित सामग्री पढ़ने वालों ने 66 फीसद सही जवाब दिए, जबकि लैपटॉप और टैबलेट पर पढ़ने वालों ने 48 फीसद सवालों के ही जवाब दिए।
वहीं इसके उलट ठोस जानकारी के मामले में डिजिटल प्लेटफॉर्म पर पढ़ने वालों ने 73 फीसद सवालों के सही जवाब दिए जबकि लिखित तौर पर पढ़ने वाले ने 58 फीसदी जवाब दिए।