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कप्तान कोहली ने कहा- ये ख्याल दिमाग में ही नहीं आया

रविचंद्रन अश्विन की चोट ने पर्थ टेस्ट के लिए टीम इंडिया के गेंदबाजी विभाग में विकल्प खोल दिए थे। कप्तान विराट कोहली और टीम प्रबंधन उलझन में थे कि दूसरे टेस्ट में अश्विन की जगह स्पिनर को शामिल किया जाए या फिर तेज गेंदबाजी आक्रमण की धार बढ़ाई जाए। फिर पिच के मिजाज को देखते हुए उमेश यादव को अंतिम एकादश में शामिल करने का फैसला लिया गया।
आॅस्ट्रेलिया के हाथों पर्थ टेस्ट में 146 रन की करारी शिकस्त झेलने के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने बताया कि आखिर क्यों अश्विन के चोटिल होने पर उन्होंने विशेषज्ञ स्पिनर की जगह तेज गेंदबाज को शामिल करना ठीक समझा। कोहली ने बताया कि पिच को देखकर रवींद्र जडेजा की जगह उमेश यादव को अंतिम एकादश में शामिल करने का फैसला लिया गया।

एडिलेड में पहला टेस्ट जीतने के बाद टीम इंडिया को लगातार दूसरी जीत की तलाश थी, लेकिन आॅस्ट्रेलिया ने जोरदार वापसी करते हुए सीरीज 1-1 से बराबर कर दी। यह पूछने पर कि दूसरे टेस्ट में स्पिनर को क्यों नहीं शामिल किया गया तो कप्तान कोहली ने कहा, जब हमने पिच देखी तो जडेजा का ख्याल मन में नहीं आया। हमे लगा कि चार तेज गेंदबाज काफी होंगे। नाथन लियोन ने शानदार गेंदबाजी की। हमने कभी स्पिन विकल्प के बारे में सोचा ही नहीं। हमारा पूरा ध्यान अगले टेस्ट पर है और उम्मीद करते हैं कि जीत की पटरी पर लौटेंगे।’
कप्तान कोहली ने आगे कहा, उमेश का प्रदर्शन के आधार पर अंतिम एकादश में चयन हुआ। इससे पहले वेस्टइंडीज के खिलाफ उमेश ने मैच में 10 विकेट झटके थे जबकि भुवनेश्वर कुमार पिछले कुछ समय में ज्यादा टेस्ट मैच नहीं खेले हैं। इसे देखते हुए हमने उमेश पर भरोसा जताया।’ भारतीय कप्तान ने साथ ही कहा कि आॅस्ट्रेलिया इस मैच को जीतने की हकदार है। उन्होंने कहा कि कई मौकों पर कंगारू टीम ने हमसे बेहतर खेल दिखाया और उसे जीत का श्रेय जाना चाहिए।
टीम इंडिया के कप्तान ने कहा, ‘एक टीम के रूप में हमने कई मौकों पर अच्छा खेला, लेकिन आॅस्ट्रेलिया ने हमसे बेहतर खेल दिखाया। विशेषकर बल्लेबाजी में वह शानदार रहे। उनके ओपनर्स ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। हमे लगता है कि लक्ष्य अगर 30-40 रन कम होता तो मैच में हम अपनी पकड़ बना सकते थे। हमारे गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया और उम्मीद है कि वह पूरे दौरे पर कमाल करेंगे।’