बेंग्लूरू : कर्नाटक की राजधानी बेंग्लूरू में पुलिस ने एक अपार्टमेंट से फर्जी चुनाव पहचान पत्र बनाने का खुलासा किया। पुलिस ने कम्प्यूटर, प्रिंटर और हजारों की संख्या में वोटर कार्ड बरामद किए हैं। भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया कि यह अपार्टमेंट एक कांग्रेसी नेता का है और कांग्रेस चुनाव जीतने के लिए बेइमानी पर उतर आई है। कर्नाटक में चुनाव प्रचार अपने चरम पर है, चुनाव प्रचार के आखिरी चरण में राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। मतदाताओं को अपने-अपने पक्ष में लुभाने के लिए नेता से लेकर उम्मीदवार तमाम हथकंडे अपना रहे हैं। वहीँ भारतीय जनता पार्टी के नेता सदानंद गौड़ा ने आरोप लगाया कि इस फर्जीवाड़े के पीछे राजराजेश्वरी नगर से कांग्रेसी उम्मीदवार मुनिरत्ना नायडू का हाथ है। पुलिस ने अपार्टमेंट से कम्प्यूटर, प्रिंटर और छपाई की अन्य सामग्री भी बरामद की।
फिलहाल पुलिस ने इन सभी वोटर कार्ड को अपने कब्जे में लेकर मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। मौके पर चुनाव आयोग के अधिकारी भी पहुंच गए हैं और वे भी अपने स्तर पर जांच कर रहे हैं, मुनिरत्ना यहां से मौजूदा विधायक हैं। पुलिस ने पूछताछ के लिए कई लोगों को हिरासत में लिया है। चुनाव आयोग ने कहा कि शुरुआती जांच से पता चला है कि 9746 कार्ड मूल मतदाताओं के हैं और शेष फर्जी हैं। हालांकि अभी जांच चल रही है और जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। आयोग ने बताया कि राजराजेश्वरी नगर निर्वाचन क्षेत्र में 4 लाख 35 हजार 439 मतदाता हैं। उधर, भाजपा ने चुनाव आयोग से इस फर्जीवाड़े पर राजराजेश्वरी का चुनाव रद्द करने की मांग की है। कर्नाटक में मुख्य चुनाव अधिकार संजीव कुमार ने बताया कि इस बार कर्नाटक में मतदाताओं की संख्या 5.6 करोड़ है। मतदान के लिए कुल 58 हजार बूथ बनाए गए हैं। 600 महिलाओं द्वारा चलाए जाएंगे। इन महिला बूथों को गुलाबी बूथ के रूप में जाना जाएगा। 10 बूथ विकलांग लोगों द्वारा चलाए जाएंगे और 28 बूथों में जातीय डिजाइन होगा। चुनावों में 80 हजार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) के साथ पेपर ऑडिट ट्रेल यानी वीवीपीएटी का इस्तेमाल किया जा रहा है। चुनाव आयोग के अनुसार राजेश्वरी नगर में चुनाव रद्द नहीं किये जाएंगे। चुनाव रद्द करने की मांग जायज नहीं है और बिना वोटर आईडी कार्ड के भी वोट दिए जा सकते हैं।