कविताएं एक पूरे देश को प्रेरित कर सकती हैं: जावेद अख्तर
अलीगढ़। प्रसिद्ध गीतकार-कवि जावेद अख्तर ने आज कहा कि देश अगर कैफी आजमी की कविताओं में शामिल सार्वभौमिक मूल्यों से अगर प्रेरणा पाए तो आज ज्यादा समद्ध होगा। अख्तर ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय :एएमयू: में उर्दू के महान कवि और गीतकार आजमी पर एक राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि आजमी की कविताओंं और गीतों ने राष्ट्रीयता, सामाजिक न्याय, मानवतावाद और अभिव्यक्ति की आजादी के मूल्यों के प्रति उनकी जुनूनी प्रतिबद्धता के साथ एक पूरी पीढ़ी को प्रेरित किया। नयी दिल्ली स्थित राष्ट्रीय साहित्य अकादमी और एएमयू ने संयुक्त रूप से इस संगोष्ठी का आयोजन किया था। अख्तर ने कहा, बाजार की ताकतें और वैश्विकता ने भले ही समाज को औैर स्वार्थी एवं आत्म केंद्रित बना दिया हो लेकिन कोई भी मानव समाज कामयाब नहीं हो सकता, अगर वह सभी तबकों खासकर अधिकारहीन, गरीब और वंचितों के लिए न्याय की अपील पर ध्यान देने में नाकाम रहे।
उन्होंने कहा कि कैफी इन मूल्यों के ध्वजवाहक थे। अख्तर ने अपने ससुर को लेकर कहा कि वह उनके सच्चे मार्गदर्शक थे जिनसे उन्होंने बहुत कुछ सीखा।
इससे पहले संगोष्ठी के उदघाटन सत्र को संबोधित करते हुए आजमी की बेटी प्रसिद्ध अभिनेत्री शबाना आजमी ने कहा कि अपनी अंतिम सांसों तक उनके पिता आजमगढ़ जिले के अपने छोटे से मूल गांव की मिटटी से गहराई से जुड़े थे। संगोष्ठी को कई दूसरे गणमान्य लोगों ने संबोधित किया।