कश्मीर प्रीमियर लीग के मुद्दे पर BCCI ने जारी किया बयान, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को लताड़ा
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने साउथ अफ्रीका के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी हर्शल गिब्स और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को कश्मीर प्रीमियर लीग को लेकर हुए विवाद पर बयान जारी कर लताड़ा है। बीसीसीआई ने कहा कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड के पास अपने अधिकारों में रहते हुए क्रिकेट के इकोसिस्टम पर निर्णय लेने का फैसला है। बीसीसीआई ने यह जवाब हर्शल गिब्स के उस बयान पर दिया है जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड उन्हें कश्मीर प्रीमियर लीग में हिस्सा न लेने के लिये दबाव बना रहा है।
कहा,’वो खिलाड़ी जिसके ऊपर मैच फिक्सिंग के आरोप लगे हुए हैं और सीबीआई की जांच में उनके शामिल होने और नहीं होने पर मंशा बरकरार है तो यह समझना चाहिये कि उनका यह बयान कितना सच होगा। पीसीबी को भी इस बात को समझना चाहिये कि अगर हर्शल गिब्स का बयान सच भी है तो बीसीसीआई के पास भारतीय क्रिकेटिंग परपेक्ष्य में निर्णय लेने का अधिकार है। भारतीय क्रिकेट दुनिया भर में सबसे ज्यादा विकल्प देने वाला बोर्ड है इस बात से पीसीबी को जलन नहीं होनी चाहिये।’
बीसीसीआई अधिकारी का मानना है कि पीसीबी को इस विषय पर कन्फ्यूजन हो गई है। उन्होंने आगे कहा कि जैसे आईपीएल में पाकिस्तानी खिलाड़ियों को भाग लेने की अनुमति नहीं देना बीसीसीआई का आंतरिक मामला है और आईसीसी या कोई और देश इस पर आपत्ति नहीं जता सकता ठीक वैसे ही भारत में कहीं भी खेले जाने वाले क्रिकेट में किसी को खेलने या नहीं खेलने की अनुमति देना बीसीसीआई का आंतरिक मामला है।
बीसीसीआई ने कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड चाहे तो इस मामले को आईसीसी के सामने ले जा सकता है लेकिन अंत में सभी जानते हैं कि पाकिस्तान बोर्ड इस मामले पर ऐसे क्यों रिएक्ट कर रहा है और इसके पीछे उसकी मंशा क्या है। उन्होंने कहा,’ पीसीबी इस मामले को लेकर आईसीसी के पास जाने को आजाद है लेकिन उन्हें यह सवाल खुद से पूछने की जरूरत है कि क्या यह मामला सरकार का है या बोर्ड का।’
गौरतलब है कि शनिवार को हर्शल गिब्स ने ट्विटर का सहारा लेते हुए कहा था कि कश्मीर प्रीमियर लीग में भाग लेने से रोकने के लिये बीसीसीआई उन पर अनचाहा दबाव बना रहा है और भारत-पाकिस्तान के राजनीतिक हालात का फायदा उठाते हुए मुझे आगे से भारत में किसी भी तरह के क्रिकेट से संबंधित काम के लिये एंट्री देने पर बैन लगाने की धमकी दे रहा है।
आपको बता दें कि पीसीबी ने इस बयान को लेकर एक रिलीज जारी की और कहा था कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का मानना है कि बीसीसीआई ने एक बार फिर से अंतर्राष्ट्रीय संबंधों का उल्लंघन करते हुए खेल भावना को तार-तार किया है और पीसीबी की घरेलू लीग केपीएल को आयोजित होने से रोकने के लिये आंतरिक मामलों में दखल दे रहा है। बीसीसीआई अधिकारी ने कहा कि पीसीबी को आईसीसी के आधिकारिक क्रिकेट की परिभाषा को अच्छे से समझने की जरूरत है। जिस टूर्नामेंट में एक संन्यास ले चुका खिलाड़ी भाग ले रहा हो वो आधिकारिक क्रिकेट नहीं है, मुझे नहीं पता कि वो इसे कैसे पढ़ रहे हैं या उनके ऐसा करने के पीछे क्या मंशा है।