कश्मीरी छात्रों ने प्रताड़ित करने का आरोप लगाया
श्रीनगर। पाकिस्तान की क्रिकेट टीम की जीत पर जश्न मनाने के आरोप में उत्तर प्रदेश के एक विश्वविद्यालय से निष्कासित कश्मीरी छात्रों ने गुरुवार को प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस पर उन्हें प्रताड़ित करने का आरोप लगाया।
मेरठ के स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय के कश्मीरी छात्रों ने कहा कि 67 छात्रों को कॉलेज छोड़ने पर मजबूर किया गया। प्रशासन ने छात्रावास से उन्हें निकालने के लिए पुलिस बुला ली। छात्रों पर ढाका में आयोजित एशिया कप के एक महत्वपूर्ण मैच में पाकिस्तानी क्रिकेट टीम की जीत पर जश्न मनाने का आरोप है। विश्वविद्यालय में बी. टेक के एक छात्र एजाज ने कहा ‘‘हमें छात्रावास तुरंत खाली कर घर जाने के लिए कहा गया। पुलिस आंसू गैस और लाठियों से लैस हो कर पहुंची थी।’’ उसने बताया ‘‘हमारे पास छात्रावास छोड़ने के अलावा और कोई दूसरा चारा नहीं था। कई छात्रों के पास तो रेल किराए के लायक पैसा भी नहीं था।’’ उसने कहा ‘‘छात्रावास में रहने वाले स्थानीय छात्र भारत के विजय की संभावना बने रहने के दौरान खुशी मना रहे थे लेकिन जब शाहिद अफरीदी की बैटिंग के बाद मैच का रुख पलट गया तब हमारे कुछ मित्रों ने प्रतिक्रिया में चिल्लाना शुरू कर दिया। यही कुछ हुआ जिसके लिए हमें दंड मिला है।’’ मिली खबरों में बताया गया है कि मेरठ पुलिस ने कश्मीरी छात्रों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज कर लिया है। जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जम्मू में गुरुवार को कहा कि कश्मीरी छात्रों के खिलाफ देशद्रोह जैसे गंभीर आरोप उनका शैक्षणिक जीवन चौपट कर देगा।