जीवनशैली
कहते हैं शास्त्र, तुरन्त छोड़ दें ये 8 गंदी आदतें, वरना पड़ सकता है पछताना
शास्त्रों के अनुसार कुछ आदतें ऐसी हैं जिनकी वजह से अशुभ फल की प्राप्ति होती है। अत: इन्हें तुरन्त छोडऩे में ही फायदा है। आइए जानते हैं इन गलत आदतों को…बाथरूम को गंदा ही छोड़ देना: यदि कोई नहाने के बाद बाथरूम की सफाई नहीं करता है, उसे गंदा ही छोड़ देता है तो चंद्र से अशुभ फल प्राप्त होते हैं। जल तत्व का कारक चंद्र है। इसीलिए नहाने के बाद बाथरूम को गंदा नहीं छोडऩा चाहिए। इस बात का ध्यान रखने पर शरीर का तेज बढ़ता है और चंद्र से शुभ फल प्राप्त होते हैं।
बिस्तर सिलवटों से भरा रखना: जो लोग बिस्तर छोड़ते समय उसे व्यवस्थित रूप से नहीं रखते, साथ ही अपने उतारे कपड़े भी पलंग पर फेंक देते हैं, उनका राहु व शनि खराब होगा। उनकी दिनचर्या भी अच्छी नहीं रहेगी। वे खुश रहते हुए भी उदास रहेंगे।
खाली हाथ घर आना: रोज खाली हाथ घर लौटने पर धीरे-धीरे उस घर से लक्ष्मीजी का वास कम होने लगता है और घर के सदस्यों पर नकारात्मक या निराशा के भाव आने लगते हैं। अत: घर लौटते समय कुछ-न-कुछ वस्तु लेकर जाएं, तभी घर में बरकत होगी।
पैर ना धोना: नहाते समय अपने पैरों को अच्छी तरह से साफ करें। इससे आपका चिड़चिड़ापन कम होगा और क्रोध भी कम होने लगेगा। रात में सोने के पूर्व पैर अवश्य धोएं, इससे नींद भी अच्छी आती है।
जूते-चप्पल घर में लाना: जो लोग बाहर से आकर अपने चप्पल-जूते-मोजे इधर-उधर उतार देते हैं, या घर के अंदर तक ले आते हैं, उन्हें शत्रु परेशान करते हैं। इसलिए ऐसा करने से बचे। इससे आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
घर के पौधों की देखभाल न करना: घर के पौधे परिवार के सदस्यों की तरह होते हैं। उन्हें भी प्यार और देखभाल की आवश्यकता होती है। जो लोग घर में नियमित सुबह-शाम पौधों को पानी देते हैं वे लोग बुध, सूर्य और चन्द्रमा का सम्मान करते हुए परेशानियों से डटकर मुकाबला करते हैं और उनको अवसाद, वैराग्य, कुंठा जैसी परेशानी नहीं होती।
खाने के बाद जूठी थाली छोडना: जिन लोगों को अपनी जूठी थाली उसी जगह पर छोडऩे की आदत होती है उनको सफलता भी कभी स्थाई रूप से नहीं मिलती। उनको बहुत मेहनत करनी पड़ती है और ऐसे लोग अच्छा नाम नहीं कमा पाते। इसलिए अपने जूठे बर्तनों को उठाकर उनकी सही जगह पर पानी से खंगाल कर रखें, ताकि उसमें जूठन न रहे। ऐसा करने से आप चन्द्रमा और शनि का सम्मान करते हैं और माता लक्ष्मी भी प्रसन्न होती है।
मेहमान की अवभगत न करना: जब भी घर पर कोई बाहर से आए, चाहे घर का सदस्य हो, मेहमान हो या फिर काम करने वाला ही क्यों न हो, उसे स्वच्छ पानी जरूर पिलाएं। ऐसा करने से आप राहु का सम्मान करते हैं और आपके घर में कभी राहु का दुष्प्रभाव नहीं पड़ता।