कहानीः घड़ी से सीखिए जिंदगी का यह अनमोल सबक
स्तक टाइम्स/एजेंसी- एक दिन एक व्यक्ति की घड़ी गुम हो गई। यूं तो घड़ी बहुत कीमती नहीं थी लेकिन उस घड़ी से उसका भावनात्मक जुड़ाव था। क्योंकि यह घड़ी उसकी पत्नी ने उसे शादी की सालगिरह पर भेंट दी थी।
व्यक्ति ने पूरे घर में हर जगह पर अपनी घड़ी ढूंढी, लेकिन घंटे भर की मेहनत के बाद भी उसे घड़ी नहीं मिली। वह हताश होकर घर सेे बाहर निकल आया। उसने देखा कि घर के सामने सड़क पर कुछ बच्चे क्रिकेट खेल रहे हैं।उसने बच्चों को आवाज दी और अपने पास बुलाया। उसने बच्चों को अपनी परेशानी बताई और कहा कि जो कोई भी उनकी प्यारी घड़ी को खोजेगा उसे इनाम में सौ रुपए दिए जाएंगे।
सभी बच्चे अलग-अलग कमरों में जाकर घड़ी खोजने लगे, लेकिन किसी को भी घड़ी नहीं मिली। बच्चे भी थककर घर को लौटने लगे। तभी उनमें से एक बच्चा बोला- कृपया आप मुझे एक अवसर और दें। अगर घड़ी इस घर में ही है तो मैं उसे अवश्य ढूंढ लूंगा।
व्यक्ति अब उम्मीद खो चुका था पर बच्चे का मन रखने के लिए उसने इजाजत दे दी। इस बार जब बच्चा व्यक्ति के शयनकक्ष से निकला तो उसके हाथ में वह सुनहरी चमचमाती घड़ी थी।
व्यक्ति बेहद खुश हुआ और लड़के से पूछा- तुम्हें घड़ी कैसे मिल गई। उसने कहा- बस मैं कमरे में गया और घड़ी की आवाज पर ध्यान केंद्रित करने लगा। घर में पूरी तरह शांति थी इसलिए मैं घड़ी की टिक-टिक सुन पाया और उसे खोज निकाला।