ज्ञान भंडार
कांग्रेस के रणनीतिकार प्रशांत किशोर पार्टी को कहेंगे अलविदा
नई दिल्ली : कांग्रेस के रणनीतिकार प्रशांत किशोर की पार्टी में मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। खबर आ रही है कि वह कांग्रेस से किनारा भी कर सकते हैं। बता दें कि उत्तरप्रदेश में चुनाव की तैयारियों को लेकर पार्टी के कुछ लोगों से नोकझोंक होती रहती है।
पंजाब में भी कई कांग्रेसी प्रशांत के खिलाफ हैं। ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि राहुल गांधी से अच्छे रिलेशन होने के बावजूद प्रशांत किशोर कांग्रेस से अपनी राहें अलग कर सकते हैं। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब कांग्रेस के प्रमुख कैप्टन अमरिंदर सिंह भी प्रशांत से खुश नहीं हैं। यूपी में बहस का मुद्दा प्रियंका का कैंपेन प्लान है। एक तरफ किशोर प्रियंका का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर और आक्रामक तरीके से करना चाहते हैं लेकिन पार्टी के लोग इससे इत्तेफाक नहीं रखते। वहीं पंजाब में अमरिंदर और किशोर का काम करने का तरीका बिल्कुल अलग है।
यूपी में लोगों के बीच राहुल की किसान यात्रा को लेकर नाराजगी है। कुछ कार्यकर्ताओं ने कहा कि 15 अक्टूबर को 75 जिलों में घूमने के लिए 75 वाहन आने वाले थे लेकिन वह वाहन 20 तारीख को आए। ऐसे में प्रोग्रम भी केंसल नहीं किया जा सकता था क्योंकि उससे लोगों में गलत संदेश जाता।
वहीं कई लोगों में किशोर द्वारा समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव और नेता अमर सिंह से की जा रही मुलाकातों को लेकर भी गुस्सा है। कांग्रेस के कुछ सीनियर नेताओं ने नाम ना आने की शर्त पर यह तक कह दिया कि पार्टी शायद ही यूपी चुनाव में अच्छा परिणाम लेकर आ पाएगी। साथ ही उन्होंने प्रशांत किशोर को जल्द से जल्द बाहर का रास्ता खोजने की सलाह भी दे डाली।
वहीं पंजाब में प्रशांत के खिलाफ विरोध अलग तरह का है। वहां कांग्रेस के समर्थक और अमरिंदर सिंह प्रशांत से इसलिए नाराज हैं क्योंकि प्रशांत ने कांग्रेस से निकाले गए जगमीत बरार और बीर देवेंद्र सिंह से मुलाकात की थी। अमरिंदर सिंह ने उस वक्त सवाल उठाते हुए कहा भी था कि प्रशांत किशोर उनसे मीटिंग करने वाले कौन होते हैं? हालांकि, कांग्रेस के अंदर ही कुछ लोगों को इस बात का भी डर है कि अगर प्रशांत किशोर ने चुनाव से पहले कांग्रेस का साथ छोड़ दिया तो लोगों तक गलत संदेश जाएगा।