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कांग्रेस को हराना ही काफी नहीं, कांग्रेस संस्कृति को उखाड़ना होगाः प्रधानमंत्री

सूरत (गुजरात) : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी जंग वह इसलिए छेड़ पाए, क्योंकि वह एक सामान्य परिवार से आते हैं और उनकी जिंदगी एक खुली किताब की तरह है। सूरत में आयोजित नया भारत युवा सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में एक मोदी नहीं बल्कि देश के सवा सौ करोड़ मोदी शामिल हैं, जो देश को बदल रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि वह किसी नामी गिरामी और विशेषाधिकार प्राप्त परिवार से आते तो वह भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई नही छेड़ पाते। मोदी ने कहा कि उनके पास खोने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए उन्हें किसी बात से डर भी नहीं लगता।

उन्होंने कहा कि उनकी जिंदगी खुली किताब की तरह है। देश में व्याप्त भ्रष्टाचार की चर्चा करते हुए मोदी ने कहा कि वह भी अन्य नेताओं की तरह सोच सकते थे कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग छेड़ने की जहमत क्यों उठाई जाए। जैसा चल रहा है वैसा चलने दिया जाए लेकिन उन्होंने महसूस किया कि कहीं से तो शुरुआत होनी ही चाहिए। ऐसा सोचकर उन्होंने भ्रष्टाचार उन्मूलन के लिए ऊपर से शुरूआत की है। एक बार ऊपर ठीक हो गया तो नीचे अपने आप ठीक हो जाएगा। नेहरू-गांधी परिवार पर हमला बोलते हुए मोदी ने कहा कि जिन लोगों की चार-चार पीढ़ियों ने देश पर राज किया था वह आज जमानत पर हैं। उनके दरबारी कोर्ट और जेल के चक्कर काट रहे हैं। ये लोग जेल न जाना पड़े इसके लिए जी-तोड़ कोशिश कर रहे हैं लेकिन अंततः उन्हें जेल जाना ही पड़ेगा। जिन लोगों ने देश को लूटा है, उन्हें वह देश को लौटाना ही पड़ेगा।

मोदी ने कहा कि चार-चार पीढ़ियों तक देश पर राज करने वाले लोगों ने सत्ता को अपनी बपौती समझ लिया था। आपातकाल का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इन लोगों ने अपनी सत्ता बचाए रखने के लिए देश को 18 महीने के लिए जेल खाना बना दिया था। इन लोगों को आज यह अफसोस है कि उन्हें एक चाय वाले के हाथों मात खानी पड़ी। आगामी लोकसभा चुनाव का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि जनता जनार्दन सच्चाई जानती है तथा उसे बरगलाया नहीं जा सकता। सभागार में मौजूद हजारों युवाओं से मोदी ने पूछा कि आप को क्या लगता है, अगले चुनाव में क्या होगा? इस पर पूरा सभागार मोदी-मोदी के नारे से गूंज उठा। मोदी ने युवाओं के विभिन्न सवालों का उत्तर दिया। कांग्रेस की भ्रष्ट संस्कृति के बारे में जब एक सवाल आया तो मोदी ने कहा कि केवल कांग्रेस को हराना ही काफी नहीं है। जरूरत इस बात की है कि कांग्रेस ने सार्वजनिक जीवन में जिस भ्रष्ट संस्कृति को पनपाया है, उसका उन्मूलन किया जाए।

उन्होंने कहा कि परिवारवाद, भाई भतीजावाद और तेरे-मेरे की भावना को देश से निकालना होगा। एक प्रश्नकर्ता ने जब कांग्रेस की नकारात्मक राजनीति के बारे में पूछा तो मोदी ने कहा कि पांच वर्ष पहले भी विरोधियों ने उनके विरोध में माहौल बनाने की कोशिश की थी। इन लोगों ने हो हल्ला मचाया था कि अगर मोदी प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बना तो भाजपा हार जाएगी। बाद में इन लोगों ने ऐसा माहौल बनाने की कोशिश की कि चुनाव में किसी को बहुमत नहीं मिलेगा। इस सारे दुष्प्रचार के बावजूद 2014 जनादेश उनके पक्ष में गया।

युवा कार्यकर्ताओं को मोदी ने संदेश दिया कि वह नकारात्मकता का जवाब सकारात्मकता से दें। विरोधी अगर एक जगह नकारात्मक बात बोले तो उन्हें दस जगह सकारात्मक बात बोलनी चाहिए। विरोधी एक जगह जाएं तो आप दस जगह जाइए। वह एक से बात करें तो आप दस से बात कीजिए। मोदी ने कहा कि अपने बहुत से विरोधी उन्होंने खुद पैदा किए हैं। जिन तीन लाख फर्जी कंपनियों पर ताले डाले गए हैं, उनसे जुड़े लोग आज उनके विरोध में खड़े हैं। सस्ते गल्ले की दुकानों के खाद्यान्न की लूट करने वाले आठ करोड़ फर्जी लोगों की पहचान उनकी सरकार ने की है। ये ‘भूत’ भी उनके विरोध में खड़े हैं।

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