जींद (हरियाणा)। कांग्रेस के बागी नेता चौधरी वीरेंद्र सिंह यहां आयोजित एक रैली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में आज केंद्र की सत्ताधारी पार्टी में शामिल हो गए। पिछले चार दशक से कांग्रेस में अपनी सेवाएं दे रहे 67 साल के वीरेंद्र ने ऐसे समय में पार्टी से नाता तोड़ा है जब आने वाले कुछ महीनों में हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं। राज्यसभा सदस्य वीरेंद्र ने हरियाणा के मुख्यमंत्री भुपिंदर सिंह हुड्डा के खिलाफ खुलकर बगावत का बिगुल फूंक दिया था। कांग्रेस से निलंबित किए जाने के दो दिन बाद वीरेंद्र ने अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल होने की घोषणा की। वीरेंद्र के करीबी और पूर्व मंत्री जगबीर मलिक के साथ कुछ अन्य पूर्व विधायक भी भाजपा में शामिल हुए। वीरेंद्र ने कहा, ‘‘मैंने अपने लिए जो रास्ता चुना है उससे अगले 15 साल में हरियाणा में भाजपा को मजबूती मिलेगी।’’ वीरेंद्र और कांग्रेस कार्य समिति के पूर्व सदस्य जगमीत बराड़ को कांग्रेस ने हाल ही में ‘‘घोर अनुशासनहीनता’’ और ‘‘जानबूझकर पार्टी की प्रतिष्ठा कम करने’’ के आरोप में निलंबित कर दिया था। वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री वीरेंद्र खुलकर हुड्डा के खिलाफ हमले बोल रहे थे। उनका कांग्रेस छोड़ना हरियाणा में पार्टी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। इस साल अक्तूबर में हरियाणा विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले, हुड्डा पर निशाना साधते हुए वीरेंद्र ने कहा था, ‘‘हरियाणा में कांग्रेस अब वह पार्टी नहीं रही जो कभी हुआ करती थी। अब यह हुड्डा की कांग्रेस बनकर रह गई है।’’