दिल्ली

कामयाबी की मिसाल बना हैकर शशांक चौरे!

Z9WEcQggSRmID2CdbvYB_yourstory_College_Dropout (1)दस्तक टाइम्स/एजेंसी
नई दिल्ली: कॉलेज ड्रॉपआउट बिल गेट्स, स्टीव जॉब्स, मार्क जुकरबर्ग वो शख्सियतें हैं जो आज दुनिया-भर में मशहूर हैं। शायद ही कोई देश होगा जहां इनके नाम की चर्चा ना होती हो। इन तीनों की कंपनियों के प्रोडक्ट और इनके आविष्कार दुनिया के कोने-कोने में प्रसिद्ध हैं। जहां इनकी सफलता की कहानी बेमिसाल है, वहीं इन तीनों में एक बड़ी समानता ये है कि ये तीनों कॉलेज ड्रॉपआउट हैं। हालांकि, इनके अलावा भी एक शख्स ऐसा है, जो कॉलेज ड्रॉपआउट होने के साथ-साथ एक कामयाब शख्स भी है।इन्हीं कामयाब कॉलेज ड्रॉपआउट में एक हैं मध्यप्रदेश के इंदौर शहर के शशांक चौरे। शशांक चौरे ने भी कामयाबी की अपनी अनोखी कहानी लिखी है। एक सामान्य मध्यम वर्गीय परिवार में जन्मे शशांक ने अपनी प्रतिभा के बल पर कामयाबी के मुश्किल रास्ते को भी आसान कर दिया। शशांक चौरे की गिनती अब दुनिया के सबसे कामयाब, काबिल और मशहूर हैकरों में होती है। कुछ लोग उन्हें करोड़पति हैकर के नाम से बुलाते हैं। 13 साल की उम्र में शशांक की दोस्ती कम्प्यूटर से हुई, तो रिश्ता जिंदगी-भर का हो गया। कम्प्यूटर में शशांक की दिलचस्पी को देखकर उनके माता-पिता भी हैरान थे। फिर इसी क्रम में शशांक को कोडिंग का चस्का लग गया। शशांक ने हैकिंग के बारे में सीखना-समझना शुरू किया और धीरे-धीरे शशांक के लिए हैकिंग सबसे प्रिय सब्जेक्ट और काम बन गया। अपने इसी नए शौक की वजह से उन्होंने क्रैकपाल डॉट कॉम नाम की एक वेबसाइट के लिए काम करना शुरू किया। यहां से उन्हें एक ईमेल अकाउंट को हैक करने के लिए 50 डॉलर मिलते थे। शशांक की प्रतिभा के बारे में जानकारी हासिल करने के बाद इंदौर शहर की पुलिस ने भी उसकी सेवाएं ली। इंजीनियरिंग कालेज में दाखिला लेने के बाद धीरे-धीरे उनकी दिलचस्पी पढ़ाई-लिखाई से खत्म होने लगी। सेकंड ईयर में उन्होंने इंजीनियरिंग कालेज छोड़ दिया और इंदौर की सबसे नामचीन सॉफ्टवेयर कंपनी में वेब सिक्योरिटी कंसल्टेंट में नौकरी कर ली। इस दौरान उन्हें नौकरी में तीन बार तरक्की भी मिली।

Related Articles

Back to top button