कार सवार जोड़े से वसूली और अश्लीलता करते धरा गया पीएसी

कमांडेंट ने उसे निलंबित करके विभागीय कार्रवाई शुरू की है। खास बात यह है कि दरोगा को दो साल पहले पीजीआई पुलिस ने लूट के आरोप में जेल भेजा था। अफसरों ने उसकी बर्खास्तगी की कार्रवाई की, लेकिन उसने नौकरी वापस पा ली थी।
एसओ गोसाईंगंज विद्यासागर पाल ने बताया कि विभूतिखंड इलाके की एक कंपनी में कार्यरत युवक-युवती देर रात शहीद पथ पर कार से जा रहे थे। रात 12:30 बजे अंसल सिटी के पास दरोगा ने चेकिंग के बहाने कार रुकवाई।
जोड़े से पूछताछ की और देर रात फर्राटा भरने को लेकर हड़काते हुए युवती को उसके परिवारीजनों से शिकायत व युवक को कार में अश्लील हरकतें करने के जुर्म में जेल भेजने की धमकी दी। इस दौरान दरोगा खुद ड्राइविंग सीट पर जा बैठा।
रकम की मांग के साथ युवती से आपत्तिजनक हरकत करने लगा। इस पर युवती की उससे भिड़ंत हो गई। युवक-युवती ने रास्ते से गुजर रहे लोगों को की मदद से दरोगा को पकड़ा और गश्त पर निकले पुलिसकर्मियों की मदद से उसे लेकर थाने पहुंचे।
दरोगा की पहचान 35वीं वाहिनी पीएसी के प्लाटून कमांडर राजेंद्र कुमार शुक्ला के रूप में हुई। युवक की शिकायत पर वसूली का केस दर्ज करके राजेंद्र कुमार शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया गया। उसने सफाई दी कि वह अहिमामऊ से आशियाना की एलडीए कॉलोनी स्थित अपने घर जा रहा था।



