कालेधन के लिए सवा करोड़ सड़क पर
मुंबई : केंद्र सरकार ने देशभर में 500 रूपए और 1000 रूपए के नोट बंद करने के बाद एटीएम, बैंक विथड्राॅवल, करेंसी चेंज व अन्य माध्यमों से नए चलन की मुद्रा को लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया है। मगर इसी बीच सरकार में गठबंधन में मौजूद शिवसेना ने पीएम मोदी के नेतृत्व की इस मामले में आलोचना की है। दरअसल शिवसेना के मुखपत्र सामना में प्रकाशित किया गया है कि पीएम मोदी ने जनता के साथ धोखा किया है।
पीएम मोदी जो प्रयास कर रहे हैं उससे असली कालाधन बाहर नहीं आएगा। इससे तो केवल कुछ ही उद्योगपतियों का कालाधन ही बाहर आएगा। सामना में प्रकाशन किया गया है कि मोदी सरकार सवा सौ करोड़ की जनता को सड़क पर आने के लिए मजबूर कर रही है।
सामना में लिखा गया है कि जिनके पास बड़े पैमाने पर कालाधन था उन्हें लेकर इस बात की संभावना अधिक है कि उन्होेंने कालाधन विदेशों में जमा किया हुआ था और तो और इन लोगों का जो कालाधन देश में था वह पीएम मोदी के निर्णय से पहले ही संभावित तौर पर विदेशों में जमा हो चुका होगा।
ऐसे में इनका कालाधन कैसे बाहर आया। इस निर्णय से तो करीब सवा सौ करोड़ जनता सड़क पर आ गई है। मगर कई लोगों का कालाधन विदेशी बैंकों में सुरक्षित है, जिसने विदेश में अपना पैसा भेजा है आखिर उस पर कार्रवाई होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस निर्णय के बाद एक और धमाका करने की बात कही है क्या वे पाकिस्तान पर परमाणु हमला करने वाले हैं। संभवतः परमाणु बम पाकिस्तान पर फैंककर आतंकियों का सफाया करने का उनका विचार हो।
रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर तो पहले ही कह चुके हैं कि वे पाकिस्तान पर परमाणु बम डालेंगे। तब तो अखंड भारत का स्वप्न सही होने में 30 दिसंबर तक का ही समय बचा है। शिवसेना ने सामना में धारा 370 को लेकर भी लिखा है और कहा है कि इस धारा को हटाकर एक राष्ट्र एक निशान की बात पूर्ण की जाएगी। क्या अयोध्या में श्री राम मंदिर का निर्माण किए जाने को लेकर घोषणा की जा जाएगी। संभवतः ऐसा हो सकता है।