किस डे: आज भूलकर भी ना करें ये 5 गलतियां
एजेंसी/ अंग्रेजी में एक कहावत है, ‘यू हैव टू किस ए लॉट ऑफ फ्रॉग टू फाइंड योर प्रिंस’। वैसे तो ये परियों की एक कहानी का सार है। लेकिन आज की तारीख में भी ये फॉर्मूला कारगर है। शोधकर्ताओं ने अध्ययन के दम पर साबित भी किया है कि किसी भी लव अफेयर के भविष्य पर किस करने के तरीका का अहम रोल होता है। स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू यॉर्क में हुए एक शोध के मुताबिक 59 फीसदी पुरुषों और 66 फीसदी महिलाओं ने अपने पार्टनर से खराब किस करने पर रिश्ते के शुरुआत में ही ब्रेक अप कर लिया
इसका सीधा सा अर्थ ये है कि सामने वाला आपके काबिल है या नहीं, उसके साथ आपका रिश्ता और कंफर्ट लेवल आगे चलकर अच्छा होगा या नहीं, इसे परखने का सबसे सटीक तरीका है उसे किस करना।
आज ना करें ये गलतियां
तो जनाब अगर सामने वाले को अपना बनाना है और उन्हे आप किस करने वाले हैं तो इन बातों का ख्याल जरूर रखें, वर्ना पहले ही दिन ब्रेकअप हो सकता है।
1.मुंह की बदबू: पार्टनर के करीब जाने से पहले केवल दातों को ब्रश करना ही काफी नहीं, एक माउथ फ्रेश्नर भी जरूरी है।
2.शरीर की दुर्गंध: बाजार में मौजूद डियोड्रेंड खास रिसर्च करके बनाए जाते हैं। उनकी खुशबू तैयार करते वक्त इस बात का खास ख्याल रखा जाता है कि सामने वाला इनसे मदहोश ना भी तो भी कम से कम आपके पास रहना चाहे। इसलिए अच्छा सा परफ्यूम स्प्रे करके ही उनके पास जाएं।
3.सूखे होंठ: एक डेटिंग साइट की ओर से कराए गए पोल में परुषों ने माना कि उन्हें बेजान और शुष्क होठों वाली महिलाओं के करीब जाना पसंद नहीं। इसलिए इस बात का ख्याल जरूर रखें कि जब भी आप रोमांटिक डेट पर जाएं होठों को अच्छे ले मॉइसचुराइज जरूर कर लें।
4.संयम रखें: अगर आप प्रपोज करने वाले हैं या पार्टनर के साथ ये आपका पहला वैलेंटाइन डे है तो प्लीज उनके करीब डजाने के लिए आप अप्रोच ना करें क्योंकि ऐसा करने से सामने वाला असहज भी हो सकता है या फिर ये समझ सकता है कि आप इस खास दिन को सेलिब्रेट करने के लिए ज्यादा उत्साहित हो रहे हैं। कोई भी कदम उठाने से पहले सामने वाले की बॉडी लैंग्वेज को जरूर समझने की कोशिश करें।
5.सरेआम किस ना करें: सरेआम सेलिब्रेशन से बचें: हो सके तो मन की हलचल को जरा संभाल कर रखें और आज के दिन का सरेआम सेलिब्रेशन न करें। कहीं ऐसा न हो कि इस दिन को मनाते-मनाते आप अपने साथी को सरेआम ही चूम लें। हालांकि यह इतनी बड़ी बात भी नहीं है, लेकिन फिर भी अपने संस्कारों और आसपास के माहौल की नजाकत को समझ कर सरेआम साथी को चूमने से परहेज ही करें तो अच्छा है।
वैलेनटाइन वीक में क्यों शामिल किया गया किस डे?
इशकजादों के अल्फाज में कहें, तो जब भावनाओं को जाहिर करने के लिए शब्दों की औकात भी कम पड़ जाए, तब किस करने से ही ये काम पूरा होगा। ये महज लफ्फाजी नहीं जनाब। वैज्ञानिकों ने भी किस की महानता साबित की है।
दरअसल, जब हम किसी को किस करते हैं तो शरीर में ऑक्सिटोसिन की मात्रा बढ़ जाती है। इसे लव हॉर्मोन भी कहते हैं और ये बॉन्डिंग बढ़ाने, स्ट्रेस कम करने में मदद करता है। तभी तो, जब प्यार का इजहार करते हैं या फिर झगड़े के बाद पैचअप होता है तो दो लव बर्ड्स सबसे पहले एक दूसरे को किस करते हैं।
जाहिर है वो ये सब इस हॉर्मोनल केमेस्ट्री ध्यान में रखकर करते नहीं, बल्कि एक दूसरे के प्रति समर्पण व्यक्त करने के लिए करते हैं। लेकिन इस आधार पर आप ये तो मानेंगे ना कि प्यार जताने का सबसे रोमांटिक और टाइम टेस्टेड तरीका है किस करना!