किसानों और कृषि को ध्यान में रखकर बजट पेश करेगी रघुवर सरकार
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गुमला. झारखंड सरकार अगले साल कृषि आधारित बजट पेश करेगी. बारिश के पानी को खेतों और गांव में रोकने के लिए सरकार योजनाएं शुरू कर सकती हैं. साथ ही किसानों के उत्पादों का उचित दाम सुनिश्चित करने के लिए फूड प्रोसिंसिंग नीति बनाई जा रही है. ये बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शनिवार को चाईबासा में बजट के पूर्व आयोजित संगोष्ठी में कही.
अफसर से पूर्ववर्ती सरकार तक को खरी खोटी
इस मौके पर सीएम ने पूर्ववर्ती सरकारों पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि अब तक झारखंड में बजट का 90 फीसदी राशि भी पूरे साल खर्च नहीं हो पाता था. इसलिए वे एडवांस बजट भी तैयार कर रहे हैं.
सीएम न आरोप लगाया कि पूर्व की सरकारें कृषि की उपेक्षा कर उद्योग लगाने पर जोर देती रहीं. जिससे राज्य का समुचित विकास नहीं हुआ. न ही लोगों को रोजगार मिला. संगोष्ठी में सीएम ने आएएस-आईपीएस अधिकारियों को भी खूब खरी-खोटी सुनायी. उन्होंने कहा कि अधिकारी केवल ड्यूटी करने के बजाय जनहित में ईमानदारी से काम करें ताकि उनके तबादले के बाद भी उस जिला के लोग वर्षों उन्हें याद करें.
पर्यटन पर खास ध्यान
सीएम ने कहा कि वे बजट में पर्यटन और संस्कृति को भी शामिल कर रहे हैं, ताकि इस क्षेत्र में सूबे की पहचान कायम हो. रजरप्पा मंदिर और पारसनाथ मंदिर का जीर्णोद्वार का काम 29-30 दिसंबर को शुरू हो रहा है तो देवघर-बासुकूनाथ-तारापीठ और चतरा टूरिज्म सर्किट बन रहा है. साथ ही उन्होंने अपराध और नक्सल नियंत्रण के लिए सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों के बारे में लोगों को जानकारी दी.