ये भी पढ़ें: इन स्मार्टफोन पर मिल रहा है भारी डिस्काउंट, सिर्फ आज रात 12 बजे तक
अभी 8 फीसदी तक था टैक्स
फर्टिलाइजर पर 12 फीसदी टैक्स लगाए जाने पर कई राज्यों ने चिंता जताई थी. उनकी दलील थी कि इससे किसानों पर बोझ बढ़ेगा. जीएसटी लागू होने से पहले अभी तक खाद पर शून्य से लेकर 8 फीसदी तक टैक्स लगता था.
550 लाख टन खाद का होता है उपयोग
देश में हर साल करीब 22.4 करोड़ टन खाद्यान्न का उत्पादन होता है, जिसके लिए किसान करीब 550 लाख टन खाद का उपयोग करते हैं. अगर खाद पर 12 फीसदी टैक्स लगाया जाता तो 50 किलो के एक यूरिया बैग की कीमत में 35 रुपए का इजाफा हो जाता. लेकिन जीएसटी काउंसिल ने इसे कम करके किसानों को बड़ी राहत दी है.
ये भी पढ़ें: यह कंपनी दे रही है रोजाना 2GB डाटा और अनलिमिटेड कॉलिंग, जाने क्या है प्लान
ट्रैक्टर के कल-पूर्जों पर 18 फीसदी टैक्स
जीएसटी काउंसिल ने ट्रैक्टर के कल-पूर्जों पर भी कर की दर 28 फीसदी से कम करके 18 फीसदी कर दिया है. अभी तक इन पर 5 से लेकर 17 फीसदी के बीच कर लगता रहा था. जीएसटी काउंसिल ने इसे बढ़ाकर 18 फीसदी से 28 फीसदी कर दिया था. इस पर किसानों ने भारी चिंता जताई थी. देश में हर साल लगभग 6.5 लाख ट्रैक्टर की बिक्री होती है. सबसे अधिक बिक्री कॉम्पैक्ट ट्रैक्टर की होती है.