किसी भी हद तक जा सकती है भाजपा: अखिलेश यादव
राम मंदिर पर सियासी हलचल और तेज। एक तरफ शिवसेना इस मुद्दे पर हमलवार है, वहीं आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद इस मुद्दे को धार देने की तैयारी में है। उधर, अखिलेश यादव ने अब सुप्रीम कोर्ट से इस मामले को संज्ञान में लेते हुए अयोध्या में सेना भेजने की मांग कर दी है।
अयोध्या: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर इन दिनों सियासी हलचल तेज है। एक तरफ शिवसेना इस मुद्दे पर लगातार बगावती तेवर अपनाए है, वहीं बीजेपी के भी नेता समय-समय पर अलग-अलग दावे करते दिख रहे हैं। उधर, आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद 2019 लोकसभा चुनाव से पहले इस मुद्दे को धार देने की तैयारी में हैं। इस बीच एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी पर इस मुद्दे को लेकर किसी भी हद तक जाने का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट से अयोध्या में फौज तैनात करने की मांग की है। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर लगातार आ रहे बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए अखिलेश ने कहा, ‘बीजेपी को न तो सुप्रीम कोर्ट में विश्वास है और न ही संविधान में। बीजेपी किसी भी हद तक जा सकती है।
उत्तर प्रदेश में खासकर अयोध्या में माहौल जिस प्रकार है, सुप्रीम कोर्ट को इसका संज्ञान लेना चाहिए और यदि आवश्यक हो तो सेना भेजनी चाहिए।’ बता दें कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे 24 नवंबर को पहुंच रहे हैं। उद्धव के राम जन्मभूमि में पहुंचने से पहले ही शिवसेना के नेता संजय राउत ने एक बड़ा बयान देकर सरगर्मियां तेज कर दी हैं। शिवसेना के सांसद संजय राउत ने कहा कि हमने 17 मिनट में बाबरी तोड़ दी तो कानून बनाने में कितना टाइम लगता है? राउत ने यह भी कहा कि राष्ट्रपति भवन से लेकर यूपी तक बीजेपी की सरकार है।
राज्यसभा में ऐसे बहुत से सांसद हैं जो राम मंदिर के साथ खड़े रहेंगे, जो विरोध करेगा उसका देश में मुश्किल होगा। इससे पहले यूपी के कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा था कि पूरे देश की भावना है कि अयोध्या में शीघ्र राम मंदिर बने। उन्होंने कहा कि भगवान राम के कारण भारत वैश्विक महाशक्ति बना। ऐसे में जनभावनाओं का आदर करते हुए जल्द राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए। वहीं बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह ने इस मुद्दे पर पीएम नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा था। सिंह ने कहा था, ‘हमारे पास मोदी जी जैसा महान पीएम हो, वह भी हिंदुत्ववादी। योगी जी जैसा महान हिंदुत्ववादी नेता सीएम हो…उस समय भी भगवान राम टेंट में रहें, इससे बड़ा दुर्भाग्य भारत और हिंदू समाज के लिए नहीं होने वाला।’