लखनऊ। उत्तर प्रदेश के नये राज्यपाल राम नाइक का कहना है कि वह सूबे के कार्यवाहक राज्यपाल रहे डा. अजीज कुरैशी द्वारा किये गये फैसलों की समीक्षा नहीं करेंगे। जौहर विश्वविद्यालय के संबंध में दिये गये निर्णय पर भी उन्होंने पुनर्विचार करने से मना कर दिया है। राज्यपाल पद की शपथ लेने के बाद राम नाइक राजभवन में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के निर्णयों की समीक्षा नहीं की जाती है क्योंकि गर्वनर के निर्णय कानून बन जाते हैं। उन्होंने कहा कि राज्यपाल का काम संवैधानिक होता है न कि प्रशासनिक। प्रदेश की कानून व्यवस्था के बारे में पूछे जाने पर नये राज्यपाल ने कहा कि वह बिना जानकारी के आरोप लगाने अथवा आक्षेप करने में विश्वास नहंी करते। राम नाइक ने राज्यपाल बनाये जाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने उत्तर प्रदेश को एक बड़ा और महत्वपूर्ण राज्य बताया। उन्होंने कहा कि इस राज्य से 80 सांसद चुनकर देश की संसद में जाते हैं। दस प्रदेश ने भारत को कई प्रधानमंत्री दिये हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी बाजपेयी और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी यहां की जनता ने चुना है। उन्होंने यह भी कहा कि यह पवित्र भूमि राम और कृष्ण की भी जन्मभूमि रही है। राम नाइक आज दोपहर बाद राजधानी पहुंचे। शाम पांच बजे राज भवन में आयोजित एक समारोह में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने उन्हें राज्यपाल के पद की शपथ दिलाई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, मुख्य सचिव आलोक रंजन समेत कई मंत्री व अधिकारी मौजूद रहे।