केंद्र सरकार का उदासीन रवैया, रेलवे में सुरक्षा से जुड़े सवा लाख पद खाली
केंद्र सरकार ने भले ही भारतीय रेल को चीन, जापान और अमरीका की बुलेट ट्रेन की तर्ज पर बनाने का ऐलान किया हो लेकिन सरकार ने सुरक्षा पर उदासीन रवैया अपनाया हुआ है। सुरक्षा से जुड़े करीब सवा लाख पद खाली हैं। रेल मंत्रालय ने एक अप्रैल 2016 तक के नए आंकड़े जारी किए हैं। इनके अनुसार, देशभर में विभिन्न जोन में कुल 1,22,763 पदों पर अभी तक भर्ती नहीं हुई है। ग्रुप-बी और ग्रुप-सी के पद हैं।
ज्यादा शिक्षित पद खाली होने की वजह
दरअसल, ज्यादा वो लोग नौकरी पाते हैं जो पद की योग्यता की तुलना में ज्यादा शिक्षित हैं। उन्हें नौकरी मिल जाती है। कुछ समय बाद जब उन्हें कहीं ओर ज्यादा बड़े पद पर नौकरी मिलती है तो वो रेलवे छोड़ देते हैं।
बजट बढ़ाने पर जोर
इस साल रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने बजट में सुरक्षा पर ज्यादा ध्यान दिया था। तकनीक के जरिये दुर्घटनाओं को रोकने और पूरे देश में मानवरहित क्रॉसिंग बनाने पर जोर दिया गया था।
कहां-कितने पद खाली…
रेलवे जोन—————–रिक्त पद
सेंट्रल——————–9910
ईस्ट कोस्ट—————-6085
ईस्ट सेंट्रल—————-10,034
ईस्टर्न——————-9577
मेट्रो———————303
नॉर्थ सेंट्रल—————-9233
नॉर्थ ईस्टर्न—————-4646
नॉर्थ-ईस्ट फ्रंटियर———–4809
नॉर्दन——————–14,442
नॉर्थ वेस्टर्न—————-6689
साउथ सेंट्रल—————8422
साउथ ईस्टसेंट्रल————5247
साउथ ईस्टर्न —————9967
साउथर्न——————-3682
साउथ वेस्टर्न—————3100
वेस्ट सेंट्रल—————–8140
वेस्टर्न———————8487
रेलवे के 13.26 लाख कर्मचारियों में से 75 फीसदी सुरक्षा का काम देखते हैं।
शिव गोपाल मिश्रा, महासचिव, ऑल इंडिया रेलवेमेन फेडरेशन