सूत्र बताते हैं कि पर्यवेक्षकों का मानना है कि पार्टी का प्रदर्शन एग्जिट पोल जितना खराब नहीं होगा, लेकिन दिल्ली विधानसभा चुनाव जैसा प्रदर्शन दोहराने की उम्मीद भी नहीं है। हालांकि, आधिकारिक तौर पर पार्टी नेताओं का कहना है कि अगर ईवीएम की चली, तो पार्टी की हार होगी। अगर सही तरीके से चुनाव हुए होंगे, तो पार्टी का प्रदर्शन अच्छा रहेगा।
पर्यवेक्षकों को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने एक बार फिर पंजाब चुनाव के परिणामों का जिक्र करते हुए कहा कि जिन गांवों में अकालियों को घुसने नहीं दिया गया, सारे वोट आप के थे, वहां भी अकाली व कांग्रेस को बड़ी संख्या में वोट मिले।
आपत्ति ईवीएम की गड़बड़ियों पर है। अगर पंजाब, गोवा, उत्तर प्रदेश जैसे नतीजे निगम चुनाव के आए, तो हम बेईमानी बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम आंदोलन से आए थे, सत्ता का सुख भोगने नहीं आए थे। दोबारा से आंदोलन में चले जाएंगे।
उधर, बैठक में पर्यवेक्षकों ने मुख्यमंत्री के सामने ग्राउंड रिपोर्ट पेश की। केजरीवाल ने कहा कि सभी को 26 अप्रैल के चुनावी परिणाम के लिए तैयार रहना चाहिए। बैठक के बाद विधायक राजेंद्र गौतम ने बताया कि ग्राउंड रिपोर्ट पर चर्चा हुई।
अगर ईवीएम में गड़बड़ी नहीं होगी, तो आप आसानी से जीत जाएगी। वहीं, दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने तंज कसा कि अगर ईवीएम की चलती है, तो एग्जिट पोल जैसा परिणाम रहेगा, लेकिन यदि जनता की चलती है, तो आप ही जीतेगी। आप नेता आशुतोष ने कहा कि 26 अप्रैल को एमसीडी चुनाव के परिणाम आने के बाद ईवीएम को लेकर आगे की रणनीति पर फैसला लिया जाएगा।