केरल के बाद महाराष्ट्र में भी जीका वायरस, पुणे में सामने आया पहला केस
नई दिल्ली: देश में दूसरी लहर थमने के बाद जहां एक ओर तमाम राज्यों में स्कूल खोलने की कवायद जारी है, पाबंदियों से राज्यों को मुक्त कर दिया गया है। माॅल, रेस्ट्राॅरेंट हर तरह से बाजार को खोला जा चुका है, तो वहीं अब केरल के बाद महाराष्ट्र में जीका वायरस का मामला सामने आया है। जीका वायरस मामला दर्ज करने वाला महाराष्ट्र भारत का दूसरा राज्य बन गया है। पुणे जिले की पुरंदर तहसील में एक 50 साल की महिला मरीज जीका वायरस से संक्रमित बतायी जा रही है।
महाराष्ट्र राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि राज्य में दूसरी लहर के बाद जीका वायरस का मामला पहली बार सामने आया है। संक्रमित महिला फिलहाल ठीक बताई जा रही है। महिला को पुरंदर के बेलसर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था और उसे ठीक कर घर भेज दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक परिवार का कोई भी सदस्य अब तक इसके संक्रमण में नहीं आया है। शक के आधार पर पांच नमूने टेस्ट के लिए भेजे गए थे जिनमें से एक जीका के लिए पाॅजीटिव पाया गया था। राज्य में जैसे ही संक्रमित मरीज का पता चला तो शनिवार को राज्य त्वरित प्रतिक्रिया टीम ने क्षेत्र का दौरा किया और स्थानीय लोगों से आवश्यक सावधानियों के बारे में बात की। इससे निपटने के लिए कड़े प्राॅटोकाॅल भी बनाए गए हैं।
जानकारी के लिए आपको बतादें कि सबसे पहले भारत में जीका वायरस की पुष्टि करने वाला राज्य केरल था। यहां पर जीका वायरस के मरीजों में वृध्दि दिख रही है, जिसके अनुसार गुरूवार के दिन 5 अन्य लोगों को भी इससे संक्रमित पाया गया है। इसके साथ राज्यभर में जीका वायरस के कुल 61 मरीजों की संख्या अब तक दर्ज की जा चुकी है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जाॅर्ज ने एक बयान में कहा कि पांचों तिरूवनंतपुरम के निवासी थे। उन्हानें कहा कि 147 किमी दूर अलाप्पुझा में परीक्षण के दौरान इन पांचों के संक्रमित होने की जानकारी मिली है।