केरल में जीका वायरस के 3 और नए मामले दर्ज किए, कुस मामलों की संख्या 51 पर पहुंची
राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि केरल में सोमवार को जीका ( Zika virus ) के तीन और मामले सामने आए, जिससे राज्य में मच्छर के काटने से फैलने वाला इस वायरस के संक्रमित हुअ लोगों की संख्या 51 हो गई. केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ( Kerala Health Minister Veena George) ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि फिलहाल राज्य में जीका वायरस से संक्रमित कुल 51 मामले में से 5 एक्टिव मामले हैं. वहीं उन पांच लोगों का इलाज चल रहा है.”
कल जॉर्ज ने बताया था कि तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज ( Thiruvananthapuram Medical College) की वायरोलॉजी लैब में दो व्यक्तियों के टेस्ट के बाद राज्य में जीका वायरस के दो नए मामले सामने आए थे. मालूम हो कि राज्य में सबसे पहला मामला 8 जुलाई को आया था. सबसे पहले 24 साल की एक गर्भवती महिला इस वायरस का शिकार हुई थी.
मच्छर काटने से होने वाले इस बीमारी के प्रसार को कम करने के प्रयासों के तहत, तिरुवनंतपुरम नगर निगम और जिला प्रशासन ने अगले कुछ दिनों के लिए फॉगिंग सहित निवारक गतिविधियों को तेज कर दिया है और एक कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है.
जीका वायरस संक्रमण एक मच्छर जनित वायरल संक्रमण है. जो मच्छरों की एडीज प्रजाति के काटने से फैलता है, आमतौर पर एडीज एजिप्टी और एडीज एल्बोपिक्टस इसके लिए जिम्मेदार होते हैं. एडीज मच्छर जीका वायरस के अलावा डेंगू और चिकनगुनिया जैसे वायरस भी फैलाते हैं. जीका वायरस से संक्रमित व्यक्ति के खून को खाने से मच्छर संक्रमित हो जाता है. मच्छर तब अपने काटने से दूसरे लोगों में वायरस फैलाने में सक्षम होता है. जीका वायरस गर्भवती होने पर संक्रमित महिलाओं से पैदा हुए बच्चों में माइक्रोसेफली पैदा कर सकता है.