चेरथला के उप पुलिस अधीक्षक वाई आर रुस्तम ने कहा, यह एक सुनियोजित हत्या है। सभी आरोपी आरएसएस से जुड़े हुए हैं, जबकि मृतक भी पिछले साल तक आरएसएस की शाखा में जाता रहा है। एक साल पहले पढ़ाई में ज्यादा ध्यान देने के लिए वह शाखा जाना छोड़ दिया था। हालांकि, उन्होंने राजनैतिक कारणों से हत्या से इनकार कर दिया है।
पुलिस के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि अनंतु और उसके दो दोस्तों ने स्कूल में एक लड़की से हो रही छेड़छाड़ का विरोध किया था। इसके बाद स्कूल में दोनों ग्रुप में विवाद हो गया। दूसरे ग्रुप ने अनंतु का टार्गेट कर लिया और मंदिर में होने वाले कार्यक्रम के दौरान उसके खिलाफ साजिश रच दी।
बुधवार की रात आरोपियों ने अनंतु को मंदिर के नजदीक पकड़ लिया। इसके बाद उसे एक सुनसान जगह पर ले जाकर उसकी पिटाई की। उसके दोस्त उसे हॉस्पिटल लेकर गए, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। अधिकारियों का कहना है कि हत्या की ग्रैविटी को देखते हुए वह अदालत में याचिका दायर करेंगे कि नाबालिगों पर बालिगों की तरह कार्रवाई की जाए।
वहीं, जिले के बीजेपी अध्यक्ष ने इसे अनजाने में किया गया हत्या बताया है। उन्होंने कहा, पीड़ित भी एक साल पहले तक संघ से जुड़ा था। उसके परिवार के लोग आज भी बीजेपी कार्यकर्ता हैं। यह कहना गलत है कि आरएसएस छोड़ने पर उसे मार दिया गया। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार कुछ आरएसएस कार्यकर्ताओं ने हाल ही में सीपीआई (एस) और सीपीआई को छोड़ा था।