राष्ट्रीय

केरला एक्सप्रेस में प्रचंड गर्मी के कारण 4 यात्रियों की हुई मौत, झांसी में उतारे गए शव

देश के दक्षिण राज्यों में मॉनसून आ जाने के बावजूद तमाम हिस्सों में प्रचंड गर्मी का प्रकोप देखने को मिल रहा है। गर्मी न सिर्फ बेहद परेशान करने वाली है, बल्कि अब तो प्राणघातक भी हो चुकी है। मध्यप्रदेश में गर्मी के कारण कई लोगों की मौत होने का मामला सामने आया है। एक तरफ सोमवार को नई दिल्ली से त्रिवेंद्रम जा रही केरला एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में यात्रा कर रहे तीन लोगों की तबीयत बिगड़ने के कारण मौत हो गई, तो दूसरी ओर भोपाल में बिलखिरिया थाना क्षेत्र में इरशाद फार्म हाउस के पास पेड़ के नीचे एक अधेड़ व्यक्ति का शव मिला।

जीआरपी झांसी के टीआई अजीत सिंह ने बताया कि जब केरला एक्सप्रेस डबरा- झांसी के बीच गुजर रही थी तभी 5 लोगों की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। इसकी सूचना उन्होंने ट्रेन में मौजूद टीटीई को दी। ट्रेन जैसे ही झांसी स्टेशन के प्लेटफार्म 3 पर पहुंची तो बताया गया कि काेच एस-8 और एस- 9 में 5 मरीजों की तबीयत ग्वालियर में अचानक खराब हो गई थी। झांसी पहुंचते-पहुंचते उनमें से तीन की मौत हो गई। माना जा रहा है कि चारों लोगों की मौत गर्मी के कारण ही हुई है।

बता दें कि इस बार ग्वालियर में गर्मी के 53 सालों का रिकॉर्ड टूट गया है। इससे पहले 8 जून 1966 को 47.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था। वहीं नौगांव में 49 और गुना, रीवा, राजगढ़, रायसेन, शाजापुर समेत प्रदेश के 11 शहरों का पारा 46 डिग्री से उपर चला गया है। राजधानी भोपाल में तो सोमवार को सामान्य से 7 डिग्री ज्यादा तापमान पर लगातार छठे दिन लू चली। यहां रात में भी पारा 30 डिग्री से ज्यादा रहता है। प्रदेश में बुंदेलखंड,छतरपुर, सागर, दमाेह और खजुराहाे सबसे गर्म शहरों में से हैं। हालांकि मालवा-निमाड़ और महाकौशल में गर्मी से थोड़ी राहत मिली है।
पूर्वाेत्तर की ओर बढ़ रहा है मानसून
ऐसी भयंकर गर्मी में दक्षिण की ओर से आ रही खबरें ही लोगों को राहत दे रहीं हैं। माैसम विशेषज्ञ एसके नायक ने बताया कि मानसून ने लक्ष्यद्वीप और दक्षिणी अरब सागर, केरल के ज्यादातर हिस्से, तमिलनाडु, बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व, दक्षिण-पश्चिम, मध्य पूर्व, उत्तर पूर्व हिस्से कवर कर लिए हैं। इसके अलावा पूर्वाेत्तर के मिजाेरम और मणिपुर के भी कुछ भागाें में मॉनसून की फुहारों ने दस्तक दे दी है।

हालांकि इसके साथ ही वरिष्ठ माैसम वैज्ञानिक एके शुक्ला ने बताया कि पूर्वोत्तर में अगले दाे दिन तक ऐसी ही तपिश के आसार हैं। इसके बाद धीरे-धीरे तापमान में कमी आएगी।

Related Articles

Back to top button