केवल अंकों का खेल नहीं, मस्तिष्क की गहराइयों तक पहुंचता है गणितः मंशारानी
अन्तर्राष्ट्रीय गणित प्रतियोगिता का सीएमएस में भव्य उद्घाटन
विश्व के बाल गणितज्ञों को एक मंच पर लाना सराहनीयः पंकज सिंह
लखनऊ: सिटी मोन्टेसरी स्कूल, आर.डी.एस.ओ. कैम्पस द्वारा आयोजित पाँच दिवसीय इण्डिया इण्टरनेशनल मैथमेटिक्स कम्पटीशन (इण्डिया आईएमसी-2017) का भव्य उद्घाटन आज सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में पधारे विधानसभा सदस्य एवं जनरल सेक्रेटरी, भारतीय जनता पार्टी, उ.प्र., श्री पंकज सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर समारोह का विधिवत उद्घाटन किया। इस अवसर पर सी.एम.एस. छात्रों ने देश-विदेश से पधारे प्रतिभागी छात्रों व गणित विशेषज्ञों के सम्मान में शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों का अनूठा समाँ बाँधा, तो वहीं दूसरी ओर प्रख्यात गणित विशेषज्ञों डा. सिमोन एल चुआ, प्रेसीडेन्ट, मैथेमेटिक्स ट्रेनर्स गिल्ड, फिलीपीन्स, प्रो. वेन सीन सन, चेयरमैन, एक्जीक्यूटिव बोर्ड ऑफ आई.एम.सी., श्री जायाडेथ जौन्गमिजे, लाओस, डा. पेड्रो मेलचोर एम. नाटीवीडाड, फिलीपीन्स, सुश्री मेलबा प्रुआ ओलावीरसेटा, मेक्सिको, श्रीमती नीजवाडी जेरनकीबोवोर्न, थाईलैण्ड, श्री प्रामोटे केजोर्नपाई, थाईलैण्ड आदि की उपस्थिति ने समारोह की गरिमा में चार-चांद लगा दिये। विदित हो कि सी.एम.एस. आर.डी.एस.ओ. कैम्पस के तत्वावधान में इण्डिया आईएमसी-2017 का आयोजन 26 से 30 जुलाई तक सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में किया जा रहा है, जिसमें 30 देशों के लगभग 1500 बाल गणितज्ञ व विशेषज्ञ प्रतिभाग कर रहे हैं। इण्डिया आईएमसी-2017 के अन्तर्गत प्रतिभागी छात्र गणित की विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं जैसे पजल चैलेन्ज, इण्डिविजुअल कान्टेस्ट, टीम कान्टेस्ट, मैथमेटिक्स एक्जीबीशन आदि में प्रतिभाग कर रहे हैं। उद्घाटन समारोह में बोलते हुए मुख्य अतिथि पंकज सिंह ने कहा कि विश्व के बाल गणितज्ञों को एक मंच पर एकत्रित करने का सी.एम.एस. का यह प्रयास अत्यन्त सराहनीय है। इस आयोजन ने युवाओं को स्वर्णिम अवसर प्रदान किया है कि सब मिलकर मानव ज्ञान को सम्पूर्ण मानवता के कल्याण के लिए उपयोग करने का संकल्प लें। उन्होंने आगे कहा कि वसुधैव कुटुम्बकम हमारा सदैव आदर्श रहा है और सी.एम.एस. का यह आयोजन इसी महान विचारधारा का प्रतीक है।
इससे पहले, ‘इण्डिया आईएमसी-2017’ में प्रतिभाग हेतु पधारे छात्र व गणित विशेषज्ञ आज अपरान्हः सत्र में आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में पत्रकारों से मिले और दिल खोलकर अपने विचार रखे। प्रेस कान्फ्रेन्स में पत्रकारों से बातचीत करते हुए फिलीपीन्स के छात्र दल ने कहा कि वे गणित प्रतियोगिताओं में अपने ज्ञान का प्रदर्शन तो करेंगे ही, साथ ही विभिन्न देशों के छात्रों से दोस्ती करने का अवसर भी मिलेगा। वियतनाम से पधारे छात्रों का कहना था कि हमारा उद्देश्य इन प्रतियोगिताआंे में जीतने का तो है पर उससे भी अधिक है भारतीय संस्कृति की अनेकता में एकता से सीख लेने का। कनाडा से पधारे छात्रों ने कहा कि गणित तथा विज्ञान ने पूरी दुनियॉ को एक दूसरे के निकट लाकर खड़ा कर दिया है और पूरी दुनियॉ सिमट कर एक गांव के रूप में विकसित हो गई है। तजाकिस्तान से पधारे छात्रों ने कहा कि हम सबका कर्तव्य है कि सम्पूर्ण मानवता की भलाई के लिए काम करें। हमें अपने ज्ञान का उपयोग मानवता की भलाई के लिये करना चाहिए न कि उसके विनाश के लिए। इसी प्रकार देश-विदेश से पधारे छात्रों ने जोर देकर कहा कि हम संसार के सभी बाल वैज्ञानिकों से अपील करते हैं कि वह विज्ञान तथा गणित का उपयोग मानवता की भलाई के लिए करने का संकल्प लें। इण्डिया आईएमसी-2017 की संयोजिका एवं सी.एम.एस. आर.डी.एस.ओ. कैम्पस की प्रधानाचार्या स्वप्ना मंशारमानी ने कहा कि गणित केवल गणना और अंको का खेल नहीं है अपितु यह मानव मस्तिष्क की गहराइयों तक पहुँचता है। इससे छात्रों की तार्किक और बौद्धिक क्षमता का विकास होता है। इण्डिया आईएमसी-2017 की प्रतियोगिताएं इस प्रकार आयोजित की गई हैं जिससे देश-विदेश से पधारे बाल गणितज्ञों को एक अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर अपनी योग्यता को परखने का अवसर प्राप्त हो, साथ ही साथ उनमें भाईचारा, मैत्री, एकता व सौहार्द की भावना भी विकसित हो।
सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि इस सम्मेलन का उद्देश्य भावी पीढ़ी को मात्र एक कुशल गणितज्ञ बनाना ही नहीं है अपितु इसके माध्यम से भावी पीढ़ी को अच्छे बुरे की पहचान करने वाला एक संवेदनशील विश्व नागरिक बनाना है। उन्होंने कहा कि गणित कठिन बिल्कुल भी नहीं है, यह समझने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि गणित की पढ़ाई कभी खत्म नहीं होती। सृष्टि के हर पहलू में गणित के नियम शामिल हैं और विधाता ही सबसे बड़ा गणितज्ञ है। सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि इण्डिया आईएमसी-2017 में 30 देशों की छात्र टीमें प्रतिभाग कर रही हैं जिनमें आस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, भूटान, बुल्गारिया, कनाडा, चीन, साइप्रस, हांगकांग, इण्डोनेशिया, ईरान, कजाकिस्तान, कोरिया, मलेशिया, मैक्सिको, मंगोलिया, नेपाल, फिलीपीन्स, रोमानिया, सिंगापुर, साउथ अफ्रीका, श्रीलंका, ताइवान, तजाकिस्तान, थाईलैण्ड, उजबेकिस्तान, यू.ए.ई., वियतनाम, जिम्बाव्वे, लाओस एवं भारत शामिल हैं।