हेल्थ: कैंसर एक जानलेवा बीमारी है, इससे बचने के लिए हमे अपने रोजमर्रा के आहार पर अच्छे से ध्यान देना चाहिए और आवश्यक हो तो उसमे बदलाव भी करना चाहिए, क्योकि बहुत से आहार के सेवन से कैंसर के होने की सम्भावना बढ़ जाती है।
कुछ आहार बन सकते है कैंसर का खतरा
देखा जाये तो भारत में पिछले दो दशकों में कैंसर के मामलो में दो तिहाई से ज्यादा की बढ़त हुई है, जिसमे हर वर्ष १७ लाख नए कैंसर के मरीज सामने आ रहे है। कैंसर के इस तरह से बढ़ने के पीछे अनियमित आहार लेना भी शामिल है, कैंसर के मरीजों में हो रही बढ़त के पीछे हमारा बदलता खान – पान एक बड़ी वजह है। रिसरचर्स का कहना है कि पेट, आंत, लंग और गर्भाशय कैंसर भोजन में फैट की मात्रा ज्यादा होने की वजह से विकसित होता है। इसलिए हमे कैंसर जैसी बीमारी से बचने के लिए अपने नियमित आहार में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए इस पर गंभीर विचार करना आवश्यक है।
रेड मीट की पसंद
वाइट मीट की तुलना में रेड मीट हमारे मन को ज्यादा जल्दी भाता है और इसका सेवन काम मात्रा में किया जाए तो ये हमे कैंसर से लड़ने में मददगार साबित होता है। लेकिन विभिन्न रिसरचर्स के मुताबिक रेड मीट के सेवन से कैंसर के होने की सम्भावना 10% तक बढ़ जाती है। रेड मीट में लिनोलीक एसिड के गुण होते हैं, लेकिन इसे हर रोज खाना बहुत खतरनाक है, इसकी वजह से ब्रेस्ट, बड़ी आंत एंव प्रोस्टेट कैंसर के होने की संभावना बढ़ जाती है।
चीनी का ज्यादा सेवन काफी हद तक नुकसानदायक होता है, इसके ज्यादा सेवन से डायबिटीज का खतरा तो बढ़ता ही है लेकिन इसी के साथ वजन में बढ़ोतरी भी होती है, इस बात को हम अच्छे से जानते हैं, लेकिन क्या आप ये जानते है चीनी की जगह इस्तेमाल किया जाने वाला आर्टिफिशियल शुगर एक केमिकल है। आर्टिफिशियल शुगर के इस्तेमाल से सिरदर्द, अचानक चक्कर आना और कैंसर जैसी बीमारियों का शिकार करता है।
रिफाइंड शुगर का असर
कैंसर कोशिकाओं में रिफाइंड शुगर मददगार होता है, जिसकी वजह से इंसुलिन के स्तर को बढ़ावा मिलता है. जिससे कैंसर का विकास होता है। इसके लिए हाई फ्रूक्टोज कॉर्न सिरप सबसे बड़ा अपराधी माना जाता है और ये एक तरह की मिठाई में पाया जाता है। इसके सेवन करने से कैंसर की संभावनाएं बढ़ जाती है। ये कैंसर कोशिकाओं में आसानी से जगह बनाने में मददगार साबित होते है।
प्रोसेस्ड सफेद आटा भी है नुकसानदेह
हाल ही में हुए रिसरच के मुताबीक सफेद आटा आप के सेहत के लिए अच्छा नहीं होता, क्योकि इसे प्रोसेस्ड किए जाने की वजह से सफ़ेद होता है और इसमें सैचुरेटेड फैट की मात्रा भी बहुत अधिक रहती है और सैचुरेटेड फैट का सम्बंद कैंसर से होता है। इसमें अधिक केमिकल और क्लोरीन गैस होती है और इसका शरीर पर बहुत बुरा असर पड़ता है, इसकी वजह से कैंसर की सम्भावना बनी रहती है।
कहीं आप पर आलू चिप्स महंगे न पड़ जाये
आलू के चिप्स और फ्रेंच फ्राई जैसे चीजों के लोग दिनों – दिन शौकीन होते जा रहे है, लेकिन लोगो को इन खाद्य पदार्थो से सावधान हो जाना चाहिए क्योकि अभी तक ये केवल मोटापे और दिल के रोगो को ही बढ़ाते थे लेकिन अब ये कहा जा रहा है कि ये कैंसर का भी करक बन सकता है। स्वीडन में हुए एक सर्वेक्षण के अनुसार, स्टार्च वाले कुछ खाद्य पदार्थों में ऐक्रिलामाइड नामक एक केमिकल पाया जाता है । ऐक्रिलामाइड ऐसा पदार्थ है जो 120 डिग्री से ज्यादा तापमान पर पकाए और तैलिये खाद्य-पदार्थो मे पाया जाता है।