कोरोना की शुरुआत से ही नुकसान झेल रहा एयरलाइंस, मई में 63 फीसदी गिरा डोमेस्टिक एयर ट्रैफिक: DGCA
डीजीसीए (DGCA) ने गुरुवार को कहा कि मई में लगभग 2.1 मिलियन घरेलू यात्रियों ने हवाई यात्रा की, जो अप्रैल में यात्रा करने वाले 5.7 मिलियन की तुलना में 63 प्रतिशत कम है. DGCA के आंकड़ों के अनुसार इंडिगो ने मई में 1.6 मिलियन यात्रियों के साथ सफर किया, जो घरेलू बाजार का लगभग 55 प्रतिशत हैं. स्पाइसजेट ने 1,99,000 यात्रियों को उड़ाया, जिसका बाजार में 9.4 प्रतिशत हिस्सा है.
डीजीसीए (DGCA) ने कहा कि छह प्रमुख भारतीय एयरलाइनों का लोड फैक्टर मई में 39.3 प्रतिशत और 64 प्रतिशत के बीच था. हालांकि, एयरलाइन स्पाइसजेट (private airline SpiceJet) के पास मई में अधिकतम यात्री लोड 64 प्रतिशत था. वहीं, इंडिगो, विस्तारा, गो फर्स्ट (जिसे पहले गो एयर के नाम से जाना जाता था), एयर इंडिया और एयरएशिया इंडिया का यात्री लोड 51.2, 40.9, 63.3, 39.3 और 44.4 प्रतिशत था.
कोरोना की दूसरी लहर के कारण कम हुआ Passenger Traffic
दरअसल, कोरोना महामारी की दूसरी लहर के कारण घरेलू उड़ानों को पिछले साल मार्च में निलंबित कर दिया गया था. वर्तमान में भारतीय एयरलाइंस को अपनी घरेलू उड़ानों में से अधिकतम 50 प्रतिशत संचालित करने की अनुमति है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने पिछले महीने यह भी कहा था कि वह 1 जून से घरेलू उड़ानों में बैठने की क्षमता को 80 प्रतिशत से घटाकर 50 प्रतिशत कर देगा.
नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 12 जून को 1,124 उड़ानों में 1,07,371 यात्रियों ने अपने गंतव्य की यात्रा की. अगले दिन 1,114 उड़ानों में 1,05,478 यात्री अपने गंतव्य के लिए रवाना हुए. घरेलू यात्री यातायात 3 मई को एक लाख अंक से नीचे गिर गया था, क्योंकि केवल 97,761 यात्रियों ने 1,306 उड़ानों में उड़ान भरी थी.