सीबीआई सूत्रों ने बुधवार को बताया कि कुमार ने शुरू में अधिकारियों को पूछताछ के दौरान अपना ई-मेल पासवर्ड बताने से मना कर दिया था लेकिन बाद में उन्होंने पासवर्ड बता दिया।
सूत्रों ने दावा किया कि उनके ई-मेल खाते की जांच में पांच ऑडियो रिकॉर्डिंग का पता चला जो वर्ष 2011 से 13 की अवधि की हैं। इन रिकॉर्डिंग में वह अधिकारियों को निविदाओं और ठेकों में, उन्हें एंडेवर सिस्टम्स के पक्ष में देने के लिए कथित तौर पर हेराफेरी का आदेश दे रहे हैं।
प्राथमिकी में एंडेवर सिस्टम्स का भी नाम है। कुमार 1989 बैच के एजीएमयूटी कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। सूत्रों ने बताया कि कानूनी प्रक्रिया के अनुसार, कुमार की आवाज का नमूना जांच के वास्ते लिया गया और फॉरेन्सिक जांच की गई। उन्होंने यह भी बताया कि बातचीत के आधार पर कुछ और लोगों के खिलाफ जांच की जा सकती है।
सीबीआई के अनुसार, उसने कुमार तथा अन्य के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है। कुमार पर दिल्ली सरकार के विभागों की निविदाएं पिछले कुछ साल में एक खास कंपनी को दे कर अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग करने का आरोप है। वर्ष 2007 से 14 के दौरान करीब 9.5 करोड़ रुपये के पांच निजी ठेके एक निजी कंपनी को कथित तौर पर देने के आरोप में कुमार के खिलाफ भादंसं की धारा 120 (बी) और 13(2) (आपराधिक षड्यंत्र), भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धारा 13(1)(डी) (आपराधिक षड्यंत्र, आपराधिक कदाचार आदि) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
मामला दर्ज करने के बाद सीबीआई ने एक बयान में कहा कि निजी कंपनी को दिए गए ठेके दिल्ली ट्रांसको लि, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, जीएनसीटीडी, दिल्ली जल बोर्ड और वाणिज्य तथा कर विभाग, जीएनसीटीडी के थे।