खजाने की खोज का आठवां दिन, अब 25 सेंटीमीटर खुदाई
उन्नाव/लखनऊ (दस्तक ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में कथित खजाने की खोज में जुटे भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के दल ने शनिवार को आठवें दिन कड़ी सुरक्षा के बीच डौंडियाखेड़ा में खोदाई शुरू कर दी है। अब तक 25 सेंटीमीटर खुदाई की, लेकिन बाकी दिनों की तरह अब तक न तो सोना मिला और न ही सोना मिलने की संभावना। सात दिनों में अब तक राजा राव राम बख्श सिंह के खंडहरनुमा किले में कुल 2. 42 मीटर (करीब 7.93 फुट) खुदाई हो चुकी है। इससे पहले गुरुवार को भी 25 सेंटीमीटर ही खुदाई हुई थी। उन्नाव के उप-जिलाधिकारी (एसडीएम) विजय शंकर दुबे ने शुक्रवार देर शाम बताया कि सातवें दिन भी 25 सेंटीमीटर खुदाई हुई। खुदाई में मिप्ती के टूटे बर्तनों और कांच की चूड़ियां मिलने का क्रम आज भी जारी रहा। इसके अलावा घोड़े के पैर की हड्डी मिली। एएसआई अधिकारियों द्वारा इससे पहले खुदाई में मिली प्राचीन दीवार खंभे के हिस्से मिप्ती के टूटे बर्तनों लोहे की कीलों रसोई का चूल्हा जैसी चीजों का परीक्षण किया जा रहा है। सदियों पुरानी ये चीजें पुरातात्विक महत्व की बताई जा रही हैं। एएसआई अधिकारियों ने सुबह करीब साढ़े आठ बजे खुदाई शुरू की जो शाम करीब पांच बजे तक चली। खुदाई स्थल और आस-पास सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं। खनन स्थल पर तैनात सीओ तौकीर अहमद ने शुक्रवार को बताया कि दो सीओ 15 पुलिस निरीक्षक 4० सिपाहियों के साथ-साथ पीएसी के करीब 12० जवान हर समय खनन स्थल की निगरानी कर रहे हैं। खुदाई स्थल पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। साथ ही पूरे क्षेत्र की बैरीकेडिंग की गई है। मीडिया का भी बैरीकेडिंग से आगे जाना निषेध है।गौरतलब है कि संत शोभन सरकार के सपने के आधार पर डौंडियाखेड़ा में राजा राव रामबख्श सिंह के किले की खुदाई की जा रही है। बाबा ने किले में जमीन के नीचे एक हजार टन सोना दबे होने का सपना देखा था। एएसआई की तरफ से हालांकि अब साफ किया जा चुका है कि वह सांस्कृतिक अवशेषों के लिए खुदाई कर रही है न कि खजाने के लिए लेकिन खजाना दबा होने का दावा करने वाले बाबा शोभन सरकार लगातार दावा कर रहे हैं कि किले के नीचे एक हजार टन सोना दबा है। जो 15 फुट गहरी खुदाई के बाद मिलेगा।